Rewa News: सकारात्मक चिंतन से बदलेगा हमारा समाज, आध्यात्म से होगा अपराध मुक्त

By Awanish Tiwari

Published on:

सकारात्मक चिंतन से बदलेगा हमारा समाज, आध्यात्म से होगा अपराध मुक्त

Rewa News:  रीवा, वृंदावन गार्डन में ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा राष्ट्रीय न्यायाविद सम्मेलन(National Jurists Conference) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में न्यायाधीशों ने इस बात पर जोर दिया कि नकारात्मक चिंतन न केवल हमें पीछे ले जाते हैं बल्कि मानसिक तनाव और अपराध बढ़ते हैं। इसलिए सकारात्मक चिंतन(positive thoughts) से ही समाज बदलेगा और सुसंस्कृत समाज(cultured society) की रचना होगी। जनमानस को सच्चा न्याय मिले, अपराध मुक्त व चरित्रवान समाज बने और इसमें न्यायविदों की भूमिका को लेकर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस बी. राठी ने कहा, समाज की विकृति और बढ़ते अपराधों के पीछे हम सबकी गलती है। क्योंकि हममें इस बात का चिंतन ही नहीं है कि पैदा क्यों हुए हैं, क्या कर रहे हैं और क्या करने जा रहे हैं।

कहने का तात्पर्य है कि न्यायाधीश, वकील और पक्षकार(judge, lawyer and litigant) तथा समाज सब कहीं न कहीं इसके लिए जिम्मेदार हैं और इसका कारण नकारात्मक चिंतन ही है। पूर्व जस्टिस राठी ने कहा कि आज समाज में सब प्रकार से विकृति आ गई है। इसलिए सोसायटी(Society) नहीं बची है और सब प्रकार के अपराध बढ़े हैं। न्यायालय और न्यायाधीशों(Courts and judges) की जिम्मेदारी और उन पर भार बढ़ा है। लेकिन न्यायाधीश, अधिवक्ता और सिटिजन हम सब की जिम्मेदारी है कि कानून, न्याय और समाज में आई गिरावट से उनको बाहर निकालें। प्रभारी आईजी साकेत पाण्डेय ने पुलिस विभाग में आध्यात्मिकता एवं मानसिक(spirituality and mental) संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं बीके नथमल उड़ीसा ने बताया कि अधिवक्ता समाज में न्याय व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ नैतिक जागरूकता फैलाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र पाण्डेय ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम का मार्गदर्शन बीके निर्मला दीदी ने किया एवं संचालन बीके प्रकाश भाई ने किया। इस अवसर पर ममता नरेन्द्र सिंह सहित कई अधिवक्ता एवं समाजसेवी और प्रबुद्धजन मौजूद रहे।

Leave a Comment