SINGRAULI NEWS . ऊर्जाधानी से रीवा, जबलपुर, भोपाल व खजुराहो जाने के लिए एयर टैक्सी की सुविधा के साथ यहां से उड़ान भरने का दिन तो बढ़ा दिया गया, लेकिन इसी के साथ यात्रियों की संया कम हो गई। पिछले दो सप्ताह से यहां से एयर टैक्सी की सीट फुल नहीं हो पा रही है। सिंगरौली आने वालों की संया काफी कम रहती है। इन सबके बीच एयर टैक्सी के यहां आने पर पांच विभागों की टीम को वहां मौजूद रहना पड़ता है। विभागों की ओर से अब कन्वेंस की मांग उठने लगी है। एयर टैक्सी अपने तय शेड्यूल के तहत मंगलवार को रीवा से यहां केवल दो सवारी लेकर पहुंची। हालांकि यहां से जाने वालों की संया पांच रही, जो पिछले दो सप्ताह में सर्वाधिक बताई जा रही है। यह हाल तब है, जबकि वर्तमान में एयर टैक्सी के किराए में 35 फीसदी तक की छूट दी जा रही है। बताया गया कि जबसे एयर टैक्सी का फेरा बढ़ा है। यात्रियों की संया कम हो गई। ज्यादातर दिनों में सीट खाली ही रही है।
कलेक्टर को सिविल सर्जन ने लिखा पत्र
टीम में जिला अस्पताल के चिकित्सक की नियमित रूप से ड्यूटी लगाई जा रही है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. डीके सिंह ने इस बावत कलेक्टर से मार्गदर्शन चाहा है। आशय है कि बिना किसी कन्वेंस के लंबे समय तक एक चिकित्सक को वहां कैसे भेजा जा सकता है। दूसरों विभागों की ओर से भी यह मुद्दा उठाया जा रहा है। नगर निगम के लिए भी फायर ब्रिगेड भेजना खर्चीला हो रहा है।
पांच विभागों कीे लगाई जाती है ड्यूटी
एयर टैक्सी के यहां आने पर कुल पांच विभागों की ड्यूटी लगाई जाती है। राजस्व विभाग का एक अधिकारी बतौर टीम लीडर मौजूद रहता है। सुरक्षा के लिए पुलिस बल और सहूलियत के लिए नगर निगम का फायर ब्रिगेड मौके पर लगाया जाता है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ व स्वास्थ्य विभाग का एंबुलेंस मय चिकित्सक मौजूद रहता है। इन पांच विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को पहले सप्ताह एक दिन और अब तीन दिन मुयालय से 8 किलोमीटर दूर सिंगरौलिया हवाई पट्टी जाना पड़ता है।
इधर, एयर टैक्सी के समय को लेकर भी यात्रियों की ओर से नाराजगी जाहिर की गई है। पूर्व की तरह मंगलवार को भी एयर टैक्सी करीब 50 मिनट देरी से पहुंची। टैक्सी को सुबह 11.30 बजे पहुंचना था, लेकिन टैक्सी की लैंडिंग दोपहर 12.20 बजे हुई। बताया गया कि आधे घंटे बाद टैक्सी दोपहर 12.50 बजे रवाना हो गई।