Singrauli News: सिंगरौली (वैढ़न)/जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की सामान्य डिलीवरी से ज्यादा सिजेरियन डिलीवरी के मामले सामने आते हैं, वहीं, कभी-कभी 11 एचबी लेवल वाली गर्भवती महिला में एचबी8 दिखाकर ओ ग्रुप में खून की कमी बता दी जाती है, जबकि उसी गर्भवती महिला की शहर के एक निजी अस्पताल में बिना रक्तदान के ही सामान्य डिलीवरी हो जाती है।
ऐसे हालात में जिला अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में सरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अच्छी खबर आई है, दरअसल, गुरुवार दोपहर 1 बजे सरई सीएचसी में भर्ती कराई गईं गर्भवती सुनीता रावत पति 25 वर्षीय भूपेन्द्र रावत ने बिना सीजेरियन ऑपरेशन के तीन बच्चों को जन्म दिया। डॉ. सुषमा साहू और सौरभ कुशवाहा के मार्गदर्शन में नर्सिंग स्टाफ राखी वीक और संजना साहू के सहयोग से उसका सुरक्षित और सामान्य प्रसव कराया गया, फिलहाल मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. मामला सरई इलाके के स्वास्थ्य विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है, लोग सीएचसी के डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की मेहनत की सराहना कर रहे हैं.
सोनोग्राफी नहीं होने से तीन बच्चो की बारे में नहीं पता चला
डॉ। सुषमा साहू ने बताया कि एक बजे भर्ती हुई सुनीता रावत की सोनोग्राफी जांच नहीं की गई। वह वर्तमान में भर्ती है और ग्राफ्ट वृद्धि की प्रतीक्षा कर रहा है। यदि रात 1:30 बजे के आसपास दर्द बढ़ जाता है, तो पहले बच्चे के जन्म के समय उसके पेट का आकार दूसरे बच्चे की संभावना का संकेत देता है। करीब एक घंटे बाद रात करीब ढाई बजे सुनीता रावत ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। डॉ। सुषमा साहू ने बताया कि सामान्य प्रसव के बाद मां और तीनों नवजात पूरी तरह स्वस्थ हैं. दाई ने तीनों नवजातों का नाम आदेश, आयुष और आरुष रखा.
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