SINGRAULI NEWS : स्कै्रप पहुंचा यूपी, गाड़ियों को सुनसान जगह में काट कर बनाया जा रहा स्कै्रप, सिक्कल कंपनी का मामला

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SINGRAULI NEWS : करोड़ों के टैक्स चोरी कर स्कै्रप बेचने का मामला गरमाया

SINGRAULI NEWS । यूं तो टैक्स चोरी और नकली बिल बनाकर वस्तु एवं सेवा कर में धांधली करना कोई नई बात नहीं है। लेकिन अब यूपी के एक कबाड़ी ने एनसीएल के अमलोरी परियोजना में कार्य कर रही सिक्कल कम्पनी के स्कै्रप में करोड़ों रुपए टैक्स चोरी करने का मामला सामने आया है। कंपनी का स्कै्रप जय मॉ ज्वालामुखी आयरन स्कै्रप सप्लायर खड़िया बाजार, योगी चौराहा शक्तिनगर-उत्तरप्रदेश ने खरीदा है।

बताया जा रहा है कि जय मॉ ज्वालामुखी आयरन स्कै्रप सप्लायर ने एनसीएल अमलोरी परियोजना में एक्स्कवेटर, टीपर, पेलोडर, मोटर ग्रैंडर, वाटर टैंकर सहित करीब 95 अन्य गाड़ियों को स्कै्रप के रूप में खरीदा है। लेकिन स्कै्रप का टैक्स नही जमा कर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहा है। लेकिन जिम्मेदार मौन धारण किए हुए हैं। जय मां ज्वालामुखी आयरन स्कै्रप सप्लायर लम्बें समय से एनसीएल परियोजना से स्कै्रप खरीदकर बिना टैक्स चुकाए यूपी ले जाकर ऊंचे दामों में बेचकर करोड़ों रुपए का आसामी बन गया है। अब यूपी का जय मॉ ज्वालामुखी आयरन स्कै्रप सप्लायर ने एनसीएल अमलोरी परियोजना में काम कर रही सिक्कल कम्पनी कि उन गाड़ियों को स्कै्रप से खरीदा है। जिनका उड़ीसा से आने के बाद ऑल इंडिया टैक्स कभी जमा ही नहीं किया। सूत्रों की बात माने तो सिक्कल कम्पनी ने उड़ीसा से करीब 60 वोल्वो टिपर लेकर आया था। जिनका एमपी टैक्स नहीं जमा किया । कंपनी अब इन गाड़ियों को स्कै्रप में बेच दिया है।

कबाड़ी अब इन मशीनरी और वाहनों को कटर से काटकर स्कै्रप में तब्दील कर रहा है। सूत्रों की माने तो सभी गाड़ियों को अमलोरी परियोजना के एक सूनसान जगह में कटर मशीन से छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जा रहा है। ताकि चोरी की गाड़ियों की भी पहचान ना हो सकें। वहीं कबाड़ी ने सभी गाड़ियों को स्कै्रप में खरीदा था। लेकिन बिना टैक्स जमा किये प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाकर यूपी ले जा रहा है। बीते दिवस कबाड़ी ने करीब पांच गाड़ी स्कै्रप उत्तर प्रदेश ले जा चुका है। सूत्रों का दावा है कि इस स्कै्रप में टैक्स चोरी की जानकारी एनसीएल अमलोरी जीएम के साथ-साथ सीआईएसएफ को भी है। लेकिन सब की मिलीभगत से एमपी का कबाड़ उत्तर प्रदेश पहुंच रहा है। हालांकि सूत्र बताते हैं सिंगरौली ने कंपनी के कर्ताधर्ता को साफ तौर पर कह दिया है कि बिना टैक्स जमा किये कोई भी वाहन कैम्प से बाहर नही जाना चाहिए। आरटीओ की सख्त तेवर से कबाड़ कारोबारी एवं कंपनी के कर्ताधर्ता की सांसे फूलने लगी हैं।

इन मशीनरी को स्कै्रप में बेचा

सूत्र बताते हैं कि सिक्कल कम्पनी ने एक्स्कवेटर 15, वोल्वो टिप्पर 62, डोजर 5, मोटर ग्रेडर 2, पेलोडर 3, डीजल टैंकर 1, वॉटर टैंकर 7 मशीनरी को स्कै्रप में बेचा गया है। सूत्रों की माने तो सिक्कल कम्पनी उड़ीसा से 45 वोल्वो टिप्पर लाया था। जिसका आल इंडिया टैक्स नहीं जमा किया था। अब सभी गाड़ि़यों को यूपी के कबाड़ी को स्कै्रप में बेच दिया हैं। वहीं खड़िया का कबाड़ी गाड़ियों को स्कै्रप के भाव खरीद कर बिना टैक्स जमा किये गाड़ियों को सूनसान जगह में काट कर यूपी ले जाने की तैयारी में है।

सरकार को करोड़ों रूपये की क्षति पहुंचाने में खेला

सूत्रों की माने तो सिक्कल कंपनी ने अपनी कंडम और जिन गाड़ियों का बैंक किस्त नहीं जमा किया है उन्हें भी कौड़ियों के दाम कबाड़ियों को बेच दिया है। वहीं थोक कारोबारी कानपुर ले जाकर इस तीन पार्ट्सको मंहगी कीमत पर बाजार में बेचता है। और सरकार को एक रूपए भी टैक्स नहीं देता। जबकि सरकार ने 18 फीसदी जीएसटी की देनदारी तय की है। लेकिन कबाड़ के कारोबारी मात्र पांच फीसदी जीएसटी का ही भुगतान कर रहे हैं। इस तरह 13 फीसदी जीएसटी की कर चोरी में हर माह करोड़ों रुपये का खेला कर राज्य सरकार को राजस्व के रूप में आर्थिक क्षति पहुंचाने में कोई कोर क सर नही छोड़ रहा है।

Awanish Tiwari
Author: Awanish Tiwari

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