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सिंगरौली : आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के नौकरी के अवधि में तिथि बढ़ाये जाने के लिए पकी खिचड़ी का भण्डाफोड़ होते देख आईसीडीएस के नुमाइन्दें ने आनन-फनन में सेवानिवृत्त होने का आदेश पत्र जारी कर खुद ही अपने जाल में फसते नजर आ रहे हैं। देवसर सीडीपीओ ने पिछले दिनों तीन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के सेवानिवृत्त होने का आदेश जारी किया।गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग पिछले तीन वर्षो से आये दिन किसी न किसी मामले को लेकर चर्चाओं में बना रहता है।
एनसीएल के सीएसआर मद से मिली रकम में औने-पौने दाम पर सामग्री खरीदी सहित वन स्टाफ सेन्टर के एनजीओ के चयन संबंधी विज्ञापन में सरकार के दिशा-निर्देश के विपरित स्वयंभू सब कुछ बनकर संसोधन कर विभाग एवं प्रदेश सरकार की किरकिरी कराने में डीपीओ ने कोई कोर कसर नही छोड़ा। हालांकि कलेक्टर के दखल के बाद वन स्टाफ सेन्टर के पूर्व विज्ञापन को आखिरकार कैंसिल करना पड़ा था। फिर दोबारा एनजीओ चयन के लिए प्रक्रियाएं शुरू की गई थी। यह मामला अभी ठंडा नही पड़ा था कि देवसर परियोजना क्षेत्र में कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के जन्मतिथि बढ़ाने के लिए खिचड़ी पक चुकी थी। यहां सूत्र बताते हैं कि टेजरी के अधिकारी रोड़ा बन गए। अन्यथा सेवानिवृत्त तिथि समाप्त होने के बाद भी अगस्त महीने तक का वेतन पत्र के आधार पर आहरित हो जाता।
वही जन्मतिथियों में इधर-उधर होने की सुगबुगाहट की खबर जब सामने आने लगी तो आईसीडीएस के अधिकारी अनन-फानन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के सेवानिवृत्त होने का आदेश जारी कर दिया। परियोजना अधिकारी आईसीडीएस देवसर ने 13 सितम्बर को आदेश जारी किया कि आंगनवाड़ी केन्द्र नं.1 छोटी देवी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की उम्र एमआईएस पोर्टल के आधार पर यूनिक आईडी में 62 वर्ष पूर्ण होने से 31 जुलाई 2024 को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। वही आंगनवाड़ी केन्द्र क्र. 1 श्यामकली सोनी 28 अगस्त, आंगनवाड़ी केेन्द्र कछरा क्र. 2 कैलाशवती सिंह 31 मार्च 2024 को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। इन केन्द्रों का कामकाज सहायिकाओं को सौंपने का आदेश जारी किया है। लेकिन अपने ही आदेश में सीडीपीओ घिरते नजर आ रहे हैं।
सेवानिवृत्त होने के बाद भी बनता रहा वेतन पत्रक
आंगनवाड़ी केन्द्र कछरा क्र. 2 कैलाशवती सिंह नोढ़िहा क्रमांक 2 सुलोचना गुप्ता बड़ोखर क्र. 1 छोटी देवी साहू सहित अन्य के सेवानिवृत्त होने के बाद अगस्त महीने तक का वेतन पत्र किस अधिकारी के आदेश पर तैयार कर कोषालय तक भेजा गया। हालांकि मामला उजागर होते देख आईसीडीएस अमले के मनसूबे पर पानी जरूर फेर गया है। लेकिन अब सूत्र बता रहे हैं कि एमआईएस पोर्टल में जन्मतिथि अवधि बढ़ाने में पकाई गई खिचड़ी को लेकर डीपीओ एवं सीडीपीओ टेंशन में है। उक्त कार्यकर्ताओं के जन्मतिथि यूनिक आईडी में आधार पर रखने भोपाल स्तर तक प्रयास जारी है। यहां भी सुधार कराने जी-जान लगा दी है। हालांकि यह भी चर्चा है कि इस तरह का खेला पूरे जिले में खेला हो सकता है। तीन साल की जांच हो जाए तो कई चौकाने वाले मामले उजागर हो सकते हैं।
एमआईएस पोर्टल में किसने किया फेरबदल
परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास देवसर स्वयं के द्वारा जारी आदेश में फसते नजर आ रहे हैं। तीन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की उम्र एमआईएस पोर्टल के आधार पर एवं यूनिक आईडी में 62 वर्ष आयु पूर्ण होने पर सेवानिवृत्त होने का पत्र जारी तो कर दिया। लेकिन सूत्र बताते हैं कि आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 1 बड़ोखर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता छोटी देवी साहू के सेवानिवृत्त होने की तिथि 31 जुलाई 2026 दर्ज है। फिर छोटी देवी को 31 जुलाई को किस आधार पर सेवानिवृत्त आदेश जारी कर दिया। इसी तरह का खेला सुलोचना गुप्ता सहित अन्य के जन्मतिथि में हुआ है। आरोप है कि आईसीडीएस अमला अपनी करतूतों पर पर्दा डालने आनन-फनन में आदेश जारी किया है।
इनका कहना
सेवानिवृत्त होने पर दो बार पत्र दिया जाता है। किसी की जन्मतिथि में फेरबदल नही किया गया है और न ही सेवानिवृत्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भुगतान किया गया है। यह सब बाते अपवाह है। पोर्टल में छेड़छाड़ कैसे हुआ। यह भोपाल स्तर का मामला है। यूनिक आईडी महत्वपूर्ण होती है।
राजेन्द्र सिंह, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, देवसर