सिंगरौली-सिंगरौली जिले में आज बैगा समुदाय के 50 से ज़्यादा लोगों ने कलेक्ट्रेट पर एक दिवसीय धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। उनकी मुख्य मांग है कि सीधी और सिंगरौली में रहने वाले बैगा समुदाय को सरकार द्वारा घोषित बैगा विकास प्राधिकरण में शामिल किया जाए।
बैगा विकास संघ के ज़िला अध्यक्ष विजय बहादुर बैगा के अनुसार, दोनों ज़िलों में बैगा विशेष पिछड़ी जनजाति की आबादी एक लाख से ज़्यादा है। सरकार इस जनजाति के लिए कई योजनाएँ चला रही है। इनमें वन रक्षकों और संविदा स्कूल शिक्षकों की भर्ती में विशेष छूट शामिल है। कुपोषण से निपटने के लिए बैगा परिवार की महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं।
मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, बालाघाट और शहडोल ज़िलों में बैगा जनजाति को गैर-कार्यकारी पदों पर विशेष भर्ती में छूट दी जाती है। समुदाय की माँग है कि सिंगरौली और सीधी के बैगा समुदाय को भी यह लाभ मिले।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंगरौली और सीधी जिलों को बैगा विकास प्राधिकरण में शामिल करने की घोषणा की थी। आज के प्रदर्शन में बैगा जनजाति के लोगों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य किया और अपनी माँगें रखीं।