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नई दिल्ली,। वाराणसी के ज्ञानवापी मंदिर-मस्जिद विवाद (Gyanvapi temple-mosque dispute) को लेकर एएसआई की सर्वे रिपोर्ट सामने आ गई है। इस रिपोर्ट में Gyanvapi Campus में मंदिर होने की सबूत एएसआई को सर्वे के दौरान मिले हैं। इसके बाद से ही एएसआई की ये रिपोर्ट चर्चाओं में बनी हुई है। हिंदू पक्ष का कहना है कि उसका दावा इस विवाद में एएसआई रिपोर्ट सामने आने के बाद काफी मजबूत हुआ है तो वहीं मुस्लिम पक्ष द्वारा एएसआई की रिपोर्ट को खारिज कर दिया गया है। इसी बीच देश के जाने-माने इतिहासकार और प्रोफेसर इरफान हबीब का इस पूरे मामले पर बड़ा बयान सामने आया है।
हबीब ने माना है कि ज्ञानवापी में मंदिर होने की बात सही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए ASI survey की कोई जरूरत नहीं था। उन्होंने कहा कि इसके लिए Historian Jadunath Sarkar की ही किताब पढ़ लेते। प्रोफेफर इरफान हबीब ने इस दौरान प्रख्यात इतिहासकार और मुगल सम्राट औरंगजेब पर किताब लिखने वाले जादुनाथ सरकार की किताबों का भी जिक्र किया। इरफान हबीब ने कहा कि ज्ञानवापी विवाद में एएसआई को सर्वे करने की कोई जरूरत ही नहीं थी। इतिहासकार सर जदुनाथ सरकार की ही किताब को एक बार पढ़ लेते। उसमें सब कुछ है। सब समझ में आ जाता।
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