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महिंद्रा और ऑन्टेरियो टीचर्स (Mahindra and Ontario Teachers) पेंशन प्लान बोर्ड ने इनविट पेश किया
– शुरुआती पेशकश के तौर पर इनविट से 1,365 करोड़ की पूंजी जुटाई गई
नई दिल्ली (ईएमएस)। महिंद्रा समूह और वैश्विक संस्थागत निवेशक ऑन्टेरियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड (Ontario Teachers’ Pension Plan Board) ने भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 1.54 गीगावॉट क्षमता की परिसंपत्तियों वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश ट्रस्ट (इनविट) को सह-प्रायोजित किया है। महिंद्रा समूह ने कहा कि इनविट सस्टेनेबिलिटी एनर्जी इन्फ्रा ट्रस्ट (एसईआईटी) अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा इनविट है और शुरुआती पेशकश के तौर पर इससे 1,365 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई गई।
कई वैश्विक और भारतीय निवेशकों (एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक समेत) ने इस इनविट में निवेश किया है। एसईआईटी ने सोमवार को एनएसई पर अपनी शुरुआत की। एसईआईटी की स्थापना भारत में बड़े पैमाने पर नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए की गई है। एसईआईटी की यूनिट बिक्री के लिए पेशकश के जरिये महिंद्रा सस्टेन को 897.9 करोड़ रुपये उपलब्ध होने से उसे आगामी अक्षय ऊर्जा परिसंपत्तियों के विकास में मदद मिलेगी।
महिंद्रा सस्टेन और एसईआईटी ने अपनी विकास योजनाओं के तहत इनविट रेग्युलेशंस के अनुपालन में राइट ऑफ फर्स्ट ऑफर (आरओएफओ) समझौता किया है जिससे महिंद्रा सस्टेन द्वारा विकसित नवीकरणीय ऊर्जा संपत्तियों को एसईआईटी को बिक्री के लिए पेश किया जाएगा। महिंद्रा ग्रुप और ऑन्टेरियो टीचर्स, दोनों ने महिंद्रा सस्टेन और एसईआईटी में 3,050 करोड़ और 3,550 करोड़ रुपये तक का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई थी। महिंद्रा ग्रुप के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि महिंद्रा सस्टेन ने अगले पांच साल में पांच गुना वृद्धि का लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है और वह समूह तथा देश के हरित ऊर्जा लक्ष्यों, दोनों में अपना योगदान बरकरार रखेगी।
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