2000 Rupee Note : क्या आपके पास अभी भी 2000 रुपये का नोट है? जानें आरबीआई क्या कहता है

By Awanish Tiwari

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2000 Rupee Note – क्या आपके पास अभी भी 2000 रुपये का नोट है? तब तो यह लेख तुम्हारे लिए है। रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट को 2 साल पहले वापस लेना शुरू किया था। क्या ये नोट 2 साल बाद बदले जा सकेंगे? इतने समय बाद भी करीब 6,099 करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट अभी भी प्रचलन में हैं। यद्यपि इन नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया गया है, फिर भी 2000 के नोट को वैध मुद्रा माना जाएगा।

 

19 मई 2023 को आरबीआई ने 2000 रुपये के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इसके बाद इन्हें 7 अक्टूबर 2023 तक सभी बैंक शाखाओं में जमा या एक्सचेंज किया जा सकेगा। अभी यह सुविधा भारतीय रिजर्व बैंक के केवल 19 निर्गम कार्यालयों पर ही उपलब्ध है। इसके अलावा, इन नोटों को डाकघरों से भी बदला जा सकता है।

 

RBI ने 2000 रुपये के नोट पर कही ये बात

 

 

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा (Governor Sanjay Malhotra) ​​ने गुरुवार को संसद की स्थायी वित्त समिति (Standing Finance Committee) को भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली की स्थिति के बारे में जानकारी दी। आरबीआई की बैठक में 2000 रुपये के नोट का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा। इस पर गवर्नर मल्होत्रा ​​ने स्पष्ट किया कि भले ही 2000 रुपये के नोट अब प्रचलन में नहीं हैं, लेकिन वे अभी भी कानूनी रूप से वैध हैं और आरबीआई ने उन्हें अमान्य नहीं किया है।

 

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आरबीआई के अनुसार, वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और अच्छा प्रदर्शन कर रही है। समिति के अध्यक्ष भर्तृहरि महताब ने चर्चा को बहुत उपयोगी बताया और कहा कि इसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।

 

 

बैठक में जाली नोटों का मुद्दा भी उठाया गया। एक सदस्य ने बताया कि हाल ही में बड़ी संख्या में 500 रुपये के नकली नोट पकड़े गए हैं। इस पर आरबीआई गवर्नर ने चिंता को स्वीकार किया और कहा कि सरकार और आरबीआई लगातार इस पर नजर रख रहे हैं और नकली नोटों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।

 

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बैठक में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भी सवाल उठाए गए। राज्यपाल ने इसके नियमों और वर्तमान स्थिति के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। अंततः समिति ने 23 या 24 जुलाई को गवर्नर को पुनः बुलाने का निर्णय लिया, ताकि वह दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) की समीक्षा पर विशेष जानकारी दे सकें।

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