रीवा: संजय गांधी अस्पताल में भर्ती 72 वर्षीय बुजुर्ग ने तीसरी मंजिल से कूदकर की आत्महत्या, अधूरे जाल और डॉक्टरों की लापरवाही पर उठे सवाल

By Awanish Tiwari

Published on:

ADS

रीवा: संजय गांधी अस्पताल में भर्ती 72 वर्षीय बुजुर्ग ने तीसरी मंजिल से कूदकर की आत्महत्या, अधूरे जाल और डॉक्टरों की लापरवाही पर उठे सवाल

रीवा के संजय गांधी अस्पताल (एसजीएमएच) में एक 72 वर्षीय मरीज ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। दो साल बाद, अस्पताल में आत्महत्या की एक और घटना घटी। अधूरे स्टील के जाल और डॉक्टरों की लापरवाही को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

रीवा, संजय गांधी अस्पताल में दो साल से आत्महत्या के मामले सामने आ रहे थे। शनिवार को एक मरीज ने अचानक तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। नीचे गिरने से मरीज की मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुँची। मामले की जाँच जारी है। मृतक की पहचान किशन कुमार गुप्ता, पिता श्रीधर गुप्ता, उम्र 72, निवासी बैकुंठपुर के रूप में हुई है। किशन कुमार पिछले कई दिनों से संजय गांधी अस्पताल की तीसरी मंजिल स्थित चिकित्सा विभाग में भर्ती थे। शनिवार को वह रिश्तेदारों के साथ बाहर गए थे। अचानक वह बालकनी के पास पहुँच गए। रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी नहीं थी। जहाँ स्टील के जाल नहीं थे। वहीं से मरीज ने नीचे छलांग लगा दी। मरीज़ की गिरने से मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस भी मौके पर पहुँच गए। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। मरीज़ के आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।

जाल तो लगाए गए, लेकिन भुगतान नहीं हुआ

संजय गांधी अस्पताल सुसाइड पॉइंट बन गया था। लोग लगातार यहाँ पहुँचकर आत्महत्या कर रहे थे। इसके बाद ही अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा ने गैलरी में स्टील की जाली लगाने का काम शुरू किया। आगे की जाली स्टील की ग्रिल से भर दी गई, लेकिन भुगतान न होने के कारण काम रुक गया। स्टील की जाली ने अब तक कई लोगों को आत्महत्या करने से रोका है। काम रुकने के कारण कई जगहों पर जाली नहीं लगाई जा सकी। इसी वजह से दो साल बाद फिर से यह घटना घटी।

डॉक्टरों की लापरवाही भी सामने आई

मरीज कई दिनों से मेडिकल विभाग में भर्ती था। उसे ठीक से इलाज नहीं मिल रहा था। इस वजह से वह मानसिक रूप से बीमार हो गया था। इसी वजह से बुजुर्ग ने यह आत्मघाती कदम उठाया। मेडिसिन विभाग पूरी तरह से जूनियर डॉक्टरों पर निर्भर है। यहाँ सीनियर डॉक्टर तैनात हैं, लेकिन कोई भी मरीज़ों को देखने नहीं आता। सभी निजी प्रैक्टिस में लगे हैं। डीन ऑफिस में कुछ डॉक्टर भी बाबूगिरी करने लगे हैं। इससे व्यवस्थाएँ और बिगड़ गई हैं।

72 साल के बुजुर्ग। वे कई दिनों से मेडिकल विभाग में भर्ती थे। उनके रिश्तेदार भी अस्पताल में मौजूद थे। बुजुर्ग ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे उनकी मौत हो गई। मामले की जाँच की जा रही है।

शिव अग्रवाल, थाना प्रभारी, अमहिया

Leave a Comment