Arvind Kejriwal: पहली सरकार 49 दिन चली, 49 दिन रिहाई हुई, कहानी ‘AK-49’ की, पढ़े पूरी खबर

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Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से रिहा हो गए हैं. केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाला मामले में 21 मार्च 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (Ed) ने गिरफ्तार किया था। करीब 10 दिन तक ईडी की हिरासत में रहने के बाद कोर्ट ने केजरीवाल को 1 अप्रैल को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था. जिसके बाद केजरीवाल 49 दिनों में तिहाड़ जेल से बाहर आ गए हैं. केजरीवाल की रिहाई से मुझे याद आया कि उनकी पहली सरकार केवल 49 दिन चली थी. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया–Arvind Kejriwal

दरअसल, दिल्ली की केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार ने 2021-22 के लिए राजधानी में नई आबकारी नीति लागू की थी. नीति के लागू होने के बाद इस पर सवाल उठे और फिर उपराज्यपाल ने CBI जांच की सिफारिश कर दी. CBI ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी. इसके बाद ईडी ने 17 अगस्त 2022 को दर्ज हुई सीबीआई की एफआईआर पर संज्ञान लेते हुए 22 अगस्त 2022 को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया. CBI जांच की सिफ़ारिश के बाद आबकारी नीति भी रद्द कर दी गई |

Countdown started from November 2

शराब घोटाले की जांच में अहम मोड़ तब आया जब ईडी ने 2 नवंबर 2023 को केजरीवाल को पहला समन भेजा. ईडी के समन पर केजरीवाल पेश नहीं हुए. इसके बाद ईडी ने कुल 9 समन भेजे, लेकिन केजरीवाल पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। इस बीच चुनाव आयोग ने 16 मार्च को देश में आम चुनाव की भी घोषणा कर दी. चुनाव की घोषणा के ठीक पांच दिन बाद 21 मार्च को ईडी के अधिकारी 10वां समन लेकर केजरीवाल के घर पहुंचे. घर की तलाशी के बाद ईडी ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया |

Now released after 49 days

इसके बाद 22 मार्च को ईडी ने केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया. इसलिए कोर्ट ने उन्हें 6 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया. 28 मार्च को कोर्ट ने ईडी की हिरासत 1 अप्रैल तक बढ़ा दी थी. इसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इसके बाद केजरीवाल की नजरबंदी बढ़ती गई. कई दिनों की सुनवाई के बाद 10 मई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी और गिरफ्तारी के 49 दिन बाद केजरीवाल को जेल से रिहा कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने सीएम को सिर्फ 1 जून तक के लिए राहत दी है. 2 जून को केजरीवाल को फिर सरेंडर करना होगा |

Kejriwal’s first government lasted for 49 days

अब बात करते हैं केजरीवाल सरकार के पहले 49 दिनों की. अन्ना आंदोलन से देश की राजनीति में कदम रखने वाले केजरीवाल 28 दिसंबर 2013 को पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन जन लोकपाल बिल के विरोध में कांग्रेस और बीजेपी के एकजुट होने के बाद 14 दिसंबर को केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. फरवरी 2014 में नैतिक आधार पर हार मान ली। क्योंकि केजरीवाल ने कांग्रेस की मदद से सरकार बनाई थी |

2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने राजधानी की 70 सीटों में से 28 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 8 सीटें जीतीं। वहीं, बीजेपी ने 32 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस तरह देखा जाए तो केजरीवाल की पहली सरकार 49 दिनों तक चली और अब वह उतने ही दिनों में जेल से रिहा हो गए हैं.

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Ramesh Kumar
Author: Ramesh Kumar

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