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Bihar Bridge: ये बिहार में क्या हो रहा है! ये सवाल हम नहीं लोग इन दिनों एक-दूसरे से पूछ रहे हैं…और इसकी वजह है एक के बाद एक पुलों का टूटना. जी हां…बिहार में पुल टूटने का सिलसिला थम नहीं रहा है | सीवान (Siwan Bridge Collapse) और अररिया (Araria Bridge Collapse) के बाद अब मोतिहारी जिले में एक पुल (Motihari Bridge Collapse) ढह गया है. बरसात का मौसम शुरू होते ही लगातार पुलों का टूटना कई सवाल खड़े कर रहा है. साथ ही भ्रष्टाचार की पोल भी खुल रही है–Bihar Bridge
जानकारी के अनुसार, पुल निर्माण के लिए अंधेरे में ढलाई की जा रही थी | रात करीब 12 बजे पुल ढह गया. ग्रामीणों का आरोप है कि सीमेंट और बालू का सही मिश्रण नहीं होने और ढलाई के लिए इस्तेमाल किये गये सेंट्रिंग पाइप के कमजोर होने के कारण पुल ढह गया. ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण में लापरवाही के कारण पुल टूटा है |
इस पुल को बनाने वाली कंपनी के मुंशी ने कहा है कि एक युवक मोटरसाइकिल पर आया और उसने पैर हिला दिया, जिसके कारण पुल ढह गया है. लोगों को उम्मीद थी कि पुल बनने से जल्द ही उन्हें आवागमन में सुविधा मिलेगी, लेकिन अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
अररिया में बकरा नदी पर बना पुल ध्वस्त
अररिया ब्रिज हादसे में बकरा नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले ही ढह गया. पहले वाले पुल का एप्रोच कटने के बाद सात करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुल का निर्माण लगभग पूरा हो गया था. बताया जा रहा है कि मंगलवार को पुल के 3 पिलर नदी में डूब गए, जिसके बाद पुल ढह गया. इस मामले में सिकटी विधायक विजय मंडल ने कहा था कि पुल जिले के ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा तैयार कराया गया था. इसका निर्माण जमीन पर ही खंभे गाड़कर किया गया था। यहां एप्रोच रोड तक नहीं बनाई गई। यह लगभग 12 करोड़ की लागत वाला 100 मीटर का पुल था। इसका उद्घाटन भी नहीं हुआ, पूरा भी नहीं हुआ |
सीवान में भी पुल ध्वस्त हो गया
सीवान जिले के महाराजगंज (Siwan ब्रिज पतन) में शनिवार को पटेढ़ा गांव में नहर पर बना पुल अचानक ध्वस्त हो गया. यह पुल काफी पुराना था और मिट्टी कटाव के कारण पुल ढह गया. सीवान की इस घटना के बारे में जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि यह पुल दरौंदा और महाराजगंज प्रखंड के गांवों को जोड़ने वाली नहर पर बना था. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. यह बहुत पुराना था. नहर से पानी छोड़े जाने पर खंभे ढह गए। हम कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को यथासंभव कम असुविधा हो।