जम्मू-कश्मीर: सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज, 11 मई को दी जाएगी अंतिम श्रद्धांजलि
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से जारी गोलीबारी के दौरान सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज देश के लिए शहीद हो गए। यह घटना पाकिस्तानी सीमा से लगी अग्रिम चौकी पर उस समय हुई जब पाकिस्तान की ओर से अचानक फायरिंग शुरू कर दी गई।
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पाक की नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देते हुए हुए शहीद
बीएसएफ के मुताबिक, मोहम्मद इम्तियाज उस वक्त अग्रिम मोर्चे पर तैनात थे जब क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग की गई। उन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान बहादुरी से दुश्मन की गोलीबारी का सामना किया, लेकिन गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में शहीद हो गए।
11 मई को पुष्पांजलि अर्पित करेगी BSF
बीएसएफ ने बताया कि रविवार, 11 मई 2025 को जम्मू के फ्रंटियर मुख्यालय में सब इंस्पेक्टर इम्तियाज को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी। वरिष्ठ अधिकारी, बल के जवान और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी इस शोकसभा में उपस्थित रहेंगे।
देश के लिए एक और वीर सपूत की कुर्बानी
मोहम्मद इम्तियाज की शहादत देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे न केवल एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे, बल्कि अपने साथियों के बीच बेहद सम्मानित और प्रेरणास्पद व्यक्तित्व भी थे। बीएसएफ ने उनकी शहादत को बल की वीरता और समर्पण की मिसाल बताया है।
शोक और आक्रोश की लहर
इम्तियाज की शहादत की खबर सुनकर उनके गृहनगर और गांव में शोक की लहर है। परिजनों के अनुसार, वह देश सेवा को ही अपना धर्म मानते थे। क्षेत्रीय नेताओं और नागरिकों ने भी उनके बलिदान पर दुख व्यक्त किया है और पाकिस्तान की कायराना हरकत की निंदा की है।
सरकार से मांग – जवाब दे पाकिस्तान को
सैन्य विशेषज्ञों और नागरिकों का कहना है कि इस तरह की गोलीबारी अब बर्दाश्त से बाहर है। सरकार से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने और शहीद के परिवार को सर्वोच्च सम्मान और सहायता देने की मांग की जा रही है।
भारत ने फिर एक सपूत खो दिया है, लेकिन इम्तियाज जैसे वीरों की शहादत से यह राष्ट्र और अधिक मजबूत होकर उभरेगा।