क्या आप को पता है महाराणा प्रताप का नाम किस लिए इतिहास में दर्ज है
उदयपुर, मेवाड़ में भिल्ल सिसोदिया राजवंश के राजा थे। Maharana Pratap उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने मुगल बादशहा अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया, अंततः अकबर महाराणा प्रताप को सुधारने मैं असफल रहा। महाराणा प्रताप की नीतियां ब्रिटिश के खिलाफ बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनीं।
महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) का जन्म पाली जिले में हुआ था और उनका ननिहाल पाली में था मुंशी देवी प्रसाद द्वारा रचित सरस्वती के भाग 18 में सात पंक्तियां में ताम्र पत्र उल्लेखित है
और सोमानी रचित पुस्तक में महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) द्वारा ब्राह्मणों को दान की गई भूमि का उल्लेख है इन स्रोतों से सत्य है की महाराणा प्रताप के ननिहाल की भूमि का उल्लेख पाली का करना उचित है.
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