सिंगरौली : माजन मोड़ से विंध्यनगर इंदिरा चौक तक की 6 किमी सड़क में एक हजार से अधिक गड्ढे
सिंगरौली. शहर में मॉडल रोड के गड्ढों में अभी लोगों को झटके खाने पड़ेंगे। क्योंकि नगर निगम ने इस सडक़ को गड्ढों से मुक्त करने के लिए कायाकल्प योजना में शामिल नहीं किया है। अभी इस सडक़ के लिए निगम की ओर से कोई योजना भी नहीं बनाई गई है। जाहिर सी बात है कि सडक़ के गड्ढों को दुरुस्त होने में अभी वक्त लगेगा।
माजन मोड़ से विंध्यनगर इंदिरा चौक तक की फोरलेन सडक़ शहर की मॉडल रोड मानी जाती है। बरसात के इस सीजन में ये सडक़ छलनी हो गई है।
छह किलोमीटर लंबे इस मार्ग में छोटे-बड़े मिलाकर एक हजार से अधिक गड्ढे हो गए हैं। सडक़ में जगह-जगह कई मीटर तक गिट्टी उखडकऱ सडक़ पर फैल गई है। रिलांयस चौराहा हो या फिर जिला न्यायालय के सामने या फिर ढोंटी तालाब सहित कई अन्य लोकेशन में कई ऐसे गड्ढे हो गए हैं, जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकते हैं। जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम तक के अधिकारी वस्तुस्थिति से वाकिफ हैं। इसके बावजूद चुप्पी साधे बैठे हैं।
2020 में चार करोड़ से बनी सड़क
फोर लेन की मॉडल रोड का निर्माण कार्य वर्ष 2020 में पूरा किया गया है। करीब 4 करोड़ की लागत से बनी ये सडक़ अभी गारंटी अवधि में है। इसके बावजूद नगर निगम के अधिकारी संविदाकार से सडक़ को दुरुस्त कराने की जरूरत नहीं समझ रहे हैं। अधिकारियों की ओर से संविदाकार पर दरियादिली दिखाते हुए गारंटी अवधि पूर्ण होने का इंतजार किया जा रहा है।
आम से लेकर खास खा रहे झटके
शहर के इस मॉडल रोड में आमलोगों से लेकर खास लोग तक झटके खा रहे हैं। जिला प्रशासन से लेकर पुलिस व नगर निगम तक के अधिकारी हर रोज इसी मार्ग से आते हैं। ज्यादातर अधिकारी एनटीपीसी विंध्यनगर परिसर में रहते हैं और वहां से वैढऩ में कार्यालयों तक इसी मार्ग से आना और जाना पड़ता है। इसके बावजूद रोड की दुर्दशा पर गौर नहीं फरमाया जा रहा है।
माजन मोड़ से इंदिरा चौक तक की सडक़ को दुुरुस्त किया जाना है। सडक़ अभी गारंटी अवधि में है। इसलिए कोशिश की जा रही है कि संविदाकार से ही गड्ढों को दुरुस्त कराया जाए। जल्द ही उचित निर्णय लिया जाएगा।
डीके शर्मा, आयुक्त ननि