Mp singrauli news: सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठंडक, तापमान तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़का ,दिल के मरीज रखें सावधानी

By Awanish Tiwari

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Mp singrauli news: सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठंडक, तापमान तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़का ,दिल के मरीज रखें सावधानी

Singrauli. हर दिन बदल रहे Season के मिजाज के बीच बुधवार को एकाएक तापमान में गिरावट आ गई। पिछले दिनों जहां दोपहर में धूप की चुभन होती थी, वहीं आज हवाओं में ठंडक होने से धूप अच्छी लगने लगी। एक ही दिन में न्यूनतम तापमान में 3 degree की गिरावट दर्ज की गई।

अधिकतम व न्यूनतम तापमान गिरने से जहां environment में ठंडक घुल गई, वहीं गर्म कपड़ों का बाजार सजाए बैठै दुकानदारों को भी अब दुकानदारी की उमीद बढ़ गई। ज्ञात रहे कि मंगलवार को अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि बुधवार को अधिकतम 24 एवं न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस हो गया। तापमान में तीन डिग्री की गिरावट ने लोगों के शरीर में सिहरन पैदा कर दी। अभी तक जहां दोपहर में लोग गर्म कपडों के बिना घूमते थे, वहीं आज पूरे दिन गर्म कपड़े नहीं उतरे। हिल स्टेशनों पर हो रही बर्फबारी के चलते हवाओं में नमी व ठंडक घुल गई है और यही वजह है कि पारा 3 डिग्री नीचे सरक गया। चूंकि दिसंबर माह के 10 दिन गुजरने के बाद भी जब सर्दी नहीं पड़ रही थी तो किसानों को इस बात की चिंता थी कि कहीं उनकी फसल का उत्पादन प्रभावित न हो जाए, तो वहीं गर्म ऊनी वस्त्र व जैकेट और कंबल बेचने वालों की दुकानो ंपर भी वीरानी छाई हुई थी। अब जबकि सर्द हवाओं ने वातावरण में ठंडक घोल दी है तो इन दुकानदारों का कारोबार भी चल निकलेगा।

फसलों को भी होगा फायदा

खेतों में गेहूं, चना व सरसों के पौधे निकल आए हैं और सर्दी व रात में ओस न पडऩे की वजह से पौधों की मिट्टी में जमावट नहीं हो पा रही थी। जिससे पौधों की वानस्पतिक वृद्धि प्रभ्ज्ञावित होने का खतरा बढ़ गया था। अब जबकि तापमान में गिरावट आई है तथा रात में ठंड अधिक होने एवं ओस गिरने की उमीद है, फसलों को भी फायदा होगा।

सर्दी बढऩे के साथ ही हृदयाघात का खतरा(hazard) भी बढ़ जाता है। Doctor अभिनव सिंह की सलाह है कि जिन लोगों को बीपी की बीमारी है, वो सुबह सर्द हवाओं में घूमने जाने से बचें। साथ ही वे सुबह सीधे ही रजाई या कंबल से निकलकर खुली हवा में न पहुंचे, बल्कि कुछ देर बिस्तर पर बैठकर बॉडी के टेपरेचर को वातावरण से मैच होने दें। धूप निकलने के बाद ही नहाने-धोने आदि दिनचर्या शुरू करें।

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