रीवा में सरिया-सीमेंट की मांग में धमाकेदार उछाल, निर्माण कार्यों ने पकड़ी रफ्तार
रीवा जिले में इन दिनों सरिया और सीमेंट की डिमांड आसमान छू रही है। शहर से लेकर गांव तक हर ओर निर्माण कार्यों की बहार है। सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण सड़क योजना और निजी मकानों के निर्माण ने बाजार में निर्माण सामग्री की खपत को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दिया है। सरिया और सीमेंट के थोक व्यापारी दिन-रात आपूर्ति में जुटे हैं, वहीं खुदरा दुकानदारों के पास लगातार ऑर्डरों की कतार लगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह ट्रेंड आगामी छह महीनों तक और भी तेज़ी से बढ़ेगा।
कीमतों में आया उतार-चढ़ाव, फिर भी नहीं थमी मांग
पिछले कुछ महीनों में सरिया और सीमेंट की कीमतों में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। सीमेंट की एक बोरी की कीमत जहां पहले ₹370 थी, अब बढ़कर ₹395 से ₹410 तक पहुंच गई है। वहीं, सरिया की कीमतें भी ₹55 से बढ़कर ₹60 प्रति किलो तक हो गई हैं। इसके बावजूद बाजार में डिमांड में कोई कमी नहीं आई है। रीवा शहर के प्रमुख थोक विक्रेता बताते हैं कि ग्राहक क्वालिटी के साथ-साथ सप्लाई की स्पीड को प्राथमिकता दे रहे हैं। व्यापारी लगातार भोपाल, जबलपुर और सतना जैसे शहरों से माल मंगवा रहे हैं ताकि डिमांड को पूरा किया जा सके।
रीवा जिले में सरिया की कीमत क्या है
सरिया | टुडे प्राइस |
12mm | ₹51400 पर टन |
रीवा जिले में सीमेंट की कीमत क्या है
सीमेंट | टुडे प्राइस |
jk सुपर सीमेंट | ₹370 पर बोरी |
acc सीमेंट | ₹320 पर बोरी |
विरला सीमेंट | ₹390 पर बोरी |
बढ़ती मांग से रोजगार में भी उछाल, मज़दूरों को मिला नया सहारा
निर्माण कार्यों में तेजी का एक बड़ा फायदा रीवा के स्थानीय मज़दूरों और मिस्त्रियों को मिल रहा है। पहले जहां निर्माण स्थलों पर मज़दूरों की संख्या सीमित थी, अब हर प्रोजेक्ट में सैकड़ों मज़दूर दिन-रात काम में लगे हैं। इससे बेरोजगारी दर में गिरावट आई है और ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग शहरों की ओर काम के लिए आ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भी इस उछाल से उत्साहित है और निर्माण सामग्रियों की कालाबाज़ारी और जमाखोरी पर नजर बनाए हुए है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में रीवा जिले में बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार करोड़ों के पार पहुंच सकता है।