सिंगरौली में सरिया-सीमेंट के दाम गिरे, खरीदारी के उफान से बाजार में मचा हड़कंप
Sariya Cement Today Price News: जिले में सरिया और सीमेंट की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज होते ही बाजार में ग्राहकों का सैलाब उमड़ पड़ा। क्योकि ग्राहक इस समय का बेशब्री से इन्तजार कर रहे थे सरिया और सीमेंट की कीमत में कमी होने से गरीबो का आशियाना घर जल्द तैयार देखने को मिलेगा, यह गिरावट ने मध्यम व गरीब परिवारे के चेहरे पर रौनक ला दी है क्योकि अब हक़ किसी का सपनो का आशियाना घर तैयार करने में कोई परेशानी नही होगी, यही अवसर व मौका है अपने सपनो का भवन बनाने का क्योकि सरिया और सीमेंट की कीमत बाद में बढ़ने की बेहद है लोगों ने मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और जमकर खरीदारी की। दुकानों और गोदामों के बाहर लंबी कतारें लग गईं, जिससे सिंगरौली के प्रमुख बाजारों में जाम लग गया और अफरातफरी मच गई।
कीमतों में राहत मिलते ही खरीदारी का तूफान
पिछले कुछ महीनों से सरिया और सीमेंट(rebar and cement) के बढ़े हुए दामों से आम उपभोक्ताओं और छोटे ठेकेदारों को परेशानी हो रही थी। जैसे ही कीमतों में मामूली गिरावट आई, वैसे ही लोग धड़ाधड़ खरीदारी करने लगे। जिले के थोक और खुदरा विक्रेताओं के यहां ग्राहकों की भारी भीड़ देखने को मिली।
सिंगरौली जिले में सरिया की कीमत
सरिया | टुडे प्राइस |
12 mm | ₹54500 पर टन |
सिंगरौली जिले में सीमेंट की कीमत
सीमेंट | टुडे प्राइस |
jk सुपर सीमेंट | ₹350 पर बोरी |
विरला सीमेंट | ₹420 पर बोरी |
चैंपियन प्लस सीमेंट | ₹380 पर बोरी |
निर्माण कार्यों को मिली मजबूती
दाम कम होने से घर बनाने की योजना बना रहे लोगों को राहत मिली। छोटे बिल्डर्स और ठेकेदारों ने भी इस मौके का पूरा फायदा उठाया। उनका कहना है कि महंगाई के चलते कई प्रोजेक्ट रुके हुए थे, लेकिन अब उन्हें गति मिलेगी।
व्यापारियों की राय: कब तक टिकेगी यह गिरावट?
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यह गिरावट स्थायी नहीं है, क्योंकि निर्माण सामग्री के दाम बाजार के कई कारकों पर निर्भर करते हैं। कच्चे माल की उपलब्धता, परिवहन लागत और सरकारी नीतियों के कारण दाम फिर बढ़ सकते हैं। ऐसे में ग्राहकों को समझदारी से खरीदारी करनी होगी।
भारी भीड़ से बाजारों में लगा जाम, प्रशासन अलर्ट
खरीदारी के उफान से सिंगरौली के प्रमुख बाजारों – बैढ़न, मोरवा और जयंत में भारी जाम लग गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को मोर्चा संभालना पड़ा। स्थानीय पुलिस ने प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था संभाली और यातायात सुचारू करने की कोशिश की।