कैदियों को श्रीफल,गीता और एक पेड़ मां के नाम देकर रिहा किया, 3 बंदी बने लखपति
सतना: केंद्रीय जेल सतना में निरुद्ध रहे 13 बंदियों को रिहा कर दिया गया. रिहा होने वाले प्रत्येक बंदी को श्रीफल, आध्यात्म से जुडऩे के लिए यथार्थ गीता लंप पैकेट, बंदी पारिश्रमिक पास बुक और रिहाई प्रमाण पत्र के साथ-साथ एक पेड़ मां के नाम देते हुए विदा किया गया. इस अवसर पर अधीक्षक केंद्रीय जेल श्रीमती लीना कोष्टा और महापौर यागेश ताम्रकार द्वारा बंदियों को अपराध से दूर रहने, शेष जीवन को सद्मार्ग पर ले जाने, समाज की मुख्य धारा से जुडऩे और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
केंद्रीय जेल सतना में 14 वर्ष की सजा काट कर रिहा होने वाले 3 बंदी ऐसे रहे जिन्हें 1 लाख रु से अधिक का पारिश्रमिक प्राप्त हुआ. सजा के दौरान जेल के अंदर कार्य करते हुए बंदियों का जो नियमानुसार पारिश्रमिक बनता है उसके अनुसार बिल्लू उर्फ देवीदयाल को 1 लाख 33 हजार 352 रु, बिल्लू के चचेरे भाई गोरे उर्फ रामकरण को 1 लाख 5 हजार 961, और अजय उर्फ पप्पू को 1 लाख 8 हजार 542 रु का पारिश्रमिक प्राप्त हुआ