धान भंडारण में 3 लाख की रिश्वत का मामला, SDM को हटाया गया

By Awanish Tiwari

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जबलपुर  : लोकायुक्त पुलिस ने धान भंडारण के एक मामले को निपटाने के लिए एक सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) के ड्राइवर को 1.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। रिश्वत मामले के बाद कलेक्टर ने एसडीएम को उसके अनुभाग से हटा दिया है।

फरियादी संग्राम सिंह ने बताया कि 5 से 6 किसानों की लगभग 4000 धान की बोरियां खेतों में रखी हुई थी। तभी तहसीलदार मौके पर आए और उन्होंने यह पूछा कि इतनी सारी बोरियां यहां पर क्यों रखी हुई है। धान यहां पर कैसे आई इसके बाद उन्होंने मुझे धमकाया और पंचनामा बनाते हुए कार्रवाई करने लगे।

आगे की कार्रवाई के लिए उन्होंने शहपुरा एसडीएम को फाइल भेज दी। इसके बाद एसडीएम ने अपने ड्राइवर के माध्यम से मुझे अपने चैंबर में बुलाया और ₹300000 की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर तुम 3 लाख नहीं दोगे तो तुम्हारे ऊपर एफआईआर दर्ज हो जाएगी।

काफी देर तक बात करने के बाद मामला ढाई लाख रुपए पर खत्म हुआ। 50 हजार रुपए संग्राम सिंह ने SDM के ड्राइवर को उसी दिन दे चुका था बाकी के 2 लाख और देने थे। इसके बाद संग्राम सिंह ने लोकायुक्त से मदद मांगी। एसडीएम के ड्राइवर को डेढ़ लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों लोकायुक्त ने गिरफ्तार कर लिया है।

इसके बाद ड्राइवर को तत्काल निलंबित कर दिया गया। लेकिन संग्राम सिंह का कहना है कि रिश्वत उससे महिला एसडीएम नदीमा शीरी के द्वारा मांगी गई थी। ड्राइवर तो महज एक माध्यम था। अब इस मामले में जबलपुर कलेक्टर ने एसडीएम को उस जगह से हटा दिया है।

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