उपायुक्त सत्यम मिश्रा को मूल विभाग संचालनालय कोष एवं लेखा भोपाल को वापस किये जाने हेतु कमिश्नर ने लिखा प्रमुख सचिव को पत्र
फर्जी बिलों को पास कराने के लिए बनाया जा रहा है दबाव
सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली में उपायुक्त वित्त के पद पर पदस्थ सत्यम मिश्रा को निगमायुक्त डी के शर्मा ने उनके मूल विभाग संचालनालय कोष एवं लेखा भोपाल को वापस किये जाने हेतु प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है। पत्र क्रमांक 8486/स्था. 2025 में निगमायुक्त ने कहा है कि सत्यम मिश्रा को सिंगरौली नगर निगम में उपायुक्त वित्त के पद पर 03/12/2019 से अब तक पाँच वर्ष बीत चुके हैं। मेयर इन काउंसिल की बैठक में दिनांक 21/08/2024 के प्रस्ताव क्रमाक 09 में नगर निगम सिंगरौली में प्रतिनियुक्ति में पदस्थ की सेवाएं मूल विभाग को वापस किये जाने निर्णय लिया गया है। अत: उन्हें मूल विभाग को वापस किया जाये।
गौरतलब हो कि नगर निगम में कई ऐसे अधिकारी हैं जो उसी पद पर लगातार कई दशकों से बने हुये हैं और उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं होती परन्तु फर्जी बिलों को पास कराने का दबाव बनाने के लिए उक्त पत्र निगमायुक्त द्वारा सौंपा गया है। बताया जाता है कि निगमायुक्त डी के शर्मा के पदभार ग्रहण करने के साथ ही नगर निगम में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मनमानी टेंडर किये जा रहे हैं तथा बनी हुयी रोड का पुन: टेंडर किया जा रहा है। उक्त गोरखधंधे का यदि कोई विरोध करता है तो निगमायुक्त द्वारा उसके विरोध में कार्यवाही की जाती है। निगम के सूत्रों की मानें तो सत्यम मिश्रा वर्तमान में उपायुक्त वित्त के पद पर कार्य कर रहे हैं उनके द्वारा निगम के बिलों को पास किया जाता है। फर्जी बिलों को पास करने के विरोध में आवाज उठाने पर उनके ऊपर इस तरह की कार्यवाही की जा रही है। अब देखने वाली बात होगी कि निगमायुक्त का दबाव कितना काम आता है।