यहां के विस्थापित परिवारों और बेरोजगारों को मिले रोजगार
Singrauli News: ऊर्जांचल विस्थापित कल्याण समिति अध्यक्ष हेमंत मिश्रा और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. धर्मवीर तिवारी के नेतृत्व में विभिन्न मुद्दों को लेकर गुरुवार को कलेक्टर के नाम सोनभद्र एडीएम सहदेव मिश्रा को ज्ञापन सौंपा गया। मांग की गई कि एनसीएल खड़िया परियोजना आउटसोर्सिंग कंपनी कलिंगा कमर्शियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और कृष्णशीला परियोजना आउटसोर्सिंग कंपनी केएन इंटरनेशनल लिमिटेड में विस्थापित परिवार के बेरोजगारों को 70 प्रतिशत समायोजन और एनटीपीसी सिंगरौली परियोजना के माध्यम से विस्थापित समस्याओं का निराकरण कराया जाए। मिश्रा ने कहा कि स्थानीय एनसीएल खडिय़ा परियोजना में आउट सोर्सिंग कंपनी कलिंगा कमर्शियल कॉपोर्रेशन और कृष्णशीला परियोजना आउट सोर्सिंग कंपनी(out sourcing company) केएन इंटरनेशनल को अधिभार हटाए जाने का कार्य आवंटित किया गया है। बताया है कि आउट सोर्सिंग कंपनियों में श्रमिकों के भर्ती के नाम पर धांधली पूर्व में उजागर होती रही है। एनसीएल के निर्णय के अनुसार स्थानीय विस्थापित बेरोजगारों को 80 प्रतिशत समायोजन तथा शासनादेश सिंगरौली जिले के आउटसोर्सिंग कंपनियों(outsourcing companies) में स्थानीय विस्थापितों को 70 प्रतिशत समायोजन का प्रतिदिन है। उसी तर्ज पर जनपद सोनभद्र जिले के परियोजना के अनुसार 80 प्रतिशत तक किए जाने को निर्देशित किया जाए। इस मौके पर डॉ धर्मवीर तिवारी, जंग बहादुर चौबे, बबलू प्रधान, योगेंद्र सिंह पटेल, पंकज कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
● ऊर्जांचल परिक्षेत्र में कोयला परिवहन, राख परिवहन के कारण औद्योगिक प्रदूषण का स्तर मानकों से अत्यधिक है। रोकथाम एनजीटी के मानकों के अनुसार किया जाए।
● विस्थापित परिवार जिनकी नौकरी, प्लॉट, दुकान, लंबित प्रतिकर बकाया रह गया है, उनको दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। ऊर्जांचल के पुनर्वास गांव के विस्थापित परिवार के बेरोजगार सदस्यों का एनटीपीसी सिंगरौली तृतीय चरण विस्तार कार्य में समायोजन किया जाए।
● पीएपी के संविदा कार्यों को छोटे पैकेज में उपलब्ध कराया जाए। प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए संजीवनी चिकित्सालय एनटीपीसी में सभी विस्थापित परिवार के सदस्यों का नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जाए।
● पुनर्वास गांव के विस्थापित परिवार के बच्चों को एनटीपीसी सिंगरौली परियोजना के स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाए। पुनर्वास गांव चिल्काडाड में रेलवे स्टेशन के पास ओवरब्रिज बनाया जाए।