झोपड़ी मेंं लगी आग दो मासूम भाई-बहन की मौत
दुधमनिया तहसील क्षेत्र के बड़गड़ गावं की घटना, स्थल पर पहुंचे एडीएम, एसडीएम एवं एसडीओपी
सिंगरौली । जिले के दुधमनिया तहसील अन्तर्गत बड़गड़ गावं में खलिहान के साथ बनी झोपड़ी में आज दिन सोमवार की दोपहर अचानक आग लगने से झोपड़ी में सो रहे दो मासूम भाई-बहन की दर्दनांक मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही अपर कलेक्टर पीके सेन, चितरंगी एसडीएम सुरेश जादव, तहसीलदार दुधमनिया, एसडीओपी केके पाण्डेय, एवं टीआई मोरवा कपूर त्रिपाठी सहित अन्य स्थानीय अमला जायजा लिया।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार सिपाहीलाल गोड़, बड़गड़ गावं के अंतिम छोर पर खलिहान पर झोपड़ी बना रखा था। और धान का पुअरा भी रखा हुआ था। सोमवार की दोपहर के वक्त सिपाहीलाल का बेटा बाबूलाल पिता सिपाहीलाल उम्र 3 वर्ष एवं बेटी बबली आठ माह को उसकी मां झोपड़ी के अंदर सुला कर कुछ काम करने लगी । अचानक धू-धूकर जलने लगी । झोपड़ी में धान का पैयरा भी रखा हुआ था। गांव के लोग बताते हैं की देखते ही देखते आग बेकाबू हो गया और झोपड़ी व खलिहान पुरी तरह से जल उठा और झोपड़ी के अंदर दो मासूम बच्चे आग के चपेट में आने से जल कर दम तोड़ दिये। जब तक बच्चे की मां चीखपुकार , हल्ला गुहार कर मदद मांगती तब तक में आग पूरी तरह से बिकराल रूप धारण कर ली थी। हल्ला गुहार सुनने पर आसपास के लोग मदद करने पहुंचे किन्तु तब तक में काफी देर हो चुकी थी। इस घटना में दोनो मासूम भाई-बहन की अकाल मौत से गांव में मातम पसर गया।
घटना स्थल पर पहुंचा प्रशासनिक अमला
बड़गड़ गांव में दो मासूम भाई-बहन की अनायास काल के गाल में शमा जाने की घटना सुन कर हर कोई बिचलित हो उठा। घटना की जानकारी मिलने के बाद एडीएम पीके सेन गुप्ता, एसडीएम , तहसीलदार एसडीओपी, मोरवा टीआई घटना स्थल पहुंच हालात का जायजा लिया । वही मोरवा पुलिस ने दोनो शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा परिजनो को सौंप दिया। साथ ही मृतक के परिजनो को चार-चार लाख रूपये की दर से कुल आठ लाख रूपये देने का आश्वासन दिया गया । साथ ही पीड़ित परिवार को दस हजार रूपये अंत्योष्टी के लिए मदद दी गई।
आग कैसे लगी, पुलिस तहकीकात करने में जुटी
घटना के संबंध में मोरवा टीआई कपूर त्रिपाठी ने बताया की खलिहान सह झोपड़ी में आग लगने से दो मासूम भाई-बहन मौत हो गई। आग कैसे लगी पतासाजी कराई जा रही हैं। फिलहाल दो बच्चो की अकाल मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।