Singrauli news: खतरे में काचन नदी का अस्तित्व

By Awanish Tiwari

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खतरे में काचन नदी का अस्तित्व

Singrauli news:  लाल ईटा में लगे प्रतिबंध के बाद भी नगर निगम क्षेत्र में ही अवैध कोयले से ईटा भट्टा धधक(Brick kiln blazed with illegal coal) रहे हैं।यह अवैध कारोबार वार्ड क्रमांक 29 देवरा के सरकारी जमीन पर हो रहा है। कोतवाली थाना क्षेत्र में लाल ईंटों भट्टों के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने का दावा भोथरा साबित हुआ है । यहां सरकारी जमीन की मिट्टी से लाल ईटा बनाने और अवैध कोयले से पकाकर बेचने का कारोबार हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ काचन नदी के अस्तित्व में भी खतरा बन गया है।

उधर,देवरा वार्ड में सरकारी जमीन(Government land in Deora ward) से लगी काचन नदी निकली हुई है। अवैध ईट का कारोबार करने वालों ने नदी के किनारे की भुरभुरी मिट्टी का इस्तेमाल ईटा बनाने के लिए करते हैं। जिसके लिए पूरा नदी का किनारा खोदकर खाईनुमा बना दिए हैं। ऐसे में काचन नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ता नजर आ रहा। कारोबारियों ने नदी का स्वरुप पूरी तरह से बिगाड़ दिया है। नदी के एक तरफ सैकड़ों वर्गमीटर खोदाई की गई है। जो भविष्य के लिए यह अच्छा संकेत नही माना जा रहा है।

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