प्रदेश में ऊर्जाधानी की हवा सबसे अधिक खराब, संभाग में सतना की स्थिति संतोषजनक
Singrauli News: वायु प्रदूषण के मामले में ऊर्जाधानी(energy container) की स्थिति प्रदेश में सबसे ज्यादा खराब है। सिंगरौली(Singrauli) में वायु प्रदूषण का स्तर प्रदेश के बड़े शहरों से काफी अधिक है। संभाग में सीमेंट उद्योग(cement industry) की नगरी Satna की स्थिति संतोषजनक है। जिले में वायु को प्रदूषण(air pollution) मुक्त रखने के लिए कलेक्टर की ओर से भले ही तमाम निर्देश दिए गए हों स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।
एनजीटी(NGT) की गाइडलाइन के मद्देनजर जारी कलेक्टर(Collector) का आदेश कंपनियों की मनमानी के आगे हवा हो गया है। नतीजा रहवासियों को वायु प्रदूषण से मुक्ति नहीं मिल रही है। जिले में बुधवार को प्रदूषण की स्थिति पर गौर किया गया तो आंकड़े भोपाल, जबलपुर व उज्जैन जैसे शहरों से काफी आगे मिला। सिंगरौली(Singrauli) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआइ) 136 मिला। जबकि भोपाल व उज्जैन(Bhopal and Ujjain) में एक्यूआइ का स्तर 121, जबलपुर(Jabalpur) में 129, इंदौर में 82, सतना में 68 मिला है। बुधवार को वायु प्रदूषण(air pollution) का ये स्तर लगभग पूरे समय रहता है। हाल ही में कलेक्टर की अध्यक्षता में प्रदूषण के मुद्दे पर बैठक बुलाई गई थी। कंपनी प्रतिनिधियों की बुलाई गई बैठक में वायु प्रदूषण से राहत सहित कई बिंदुओं पर निर्णय लिए गए। इसको लेकर लिखित में आदेश भी जारी हुआ लेकिन निर्देश का पालन नहीं हो सका। यही वजह है कि जनवरी(January) में अब तक के 15 दिनों में पहले जैसी ही स्थिति देखने को मिली है। महीने(month) के पहले पखवाड़ा में पहली तारीख को वायु प्रदूषण(air pollution) की स्थिति सबसे अधिक खराब रही है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआइ) 298 रहा है। 5, 6 व 7 जनवरी को भी एक्यूआइ