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singrauli news : मटेरियल के नाम पर ग्राम पंचायत ने किया कंजूसी, गुणवत्ता विहीन लगाया सरिया, ग्राम पंचायत करौंदिया का मामला
singrauli news । जनपद पंचायत चितरंगी क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में भष्टाचार अपनी जड़े जमा लिया है। आरोप है कि ग्राम पंचायत करौंदिया के खरखौली में निर्माणाधीन आंगनवाड़ी भवन का छज्जा गिर चुका है। वही मटेरियल का उपयोग करने में पंचायत के सरपंच-सचिव के द्वारा जमकर कंजूसी कर गुणवत्ता विहीन सरिया का इस्तेमाल किया गया है।
दरअसल चितरंगी ग्राम पंचायत के पराई सहित करौंदिया इन दिनों चर्चाओं में है। यहां आरोप है कि दोनों पंचायतों में व्यापक पैमाने पर भष्टाचार, कमिशनखोरी एवं राशि की बंदरबांट की जा रही है। पराई पंचायत की जांच जहां मंथर गति से चल रही है। वही इसी बीच करौंदिया ग्राम पंचायत में कई लाख रूपये मंजूर कार्यो में भारी अनियमितता किये जाने के आरोप कई ग्रामीणों के द्वारा लगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत के खरखौली में लाखों रूपये की लागत से आंगनवाड़ी भवन मंजूर है। किन्तु पंचायत के द्वारा गुणवत्ता विहीन कार्य कराये जाने के कारण उसका छज्जा धराशाई हो गया। वही आरोप है कि पंचायत के सरपंच एवं सचिव के मिलीभगत से बीम 9 इंच के स्थान पर 8 इंच का ही बना दिया।
इसमें उपयंत्री की भी संलिप्तता है। वही इसी पंचायत में मैरिहवा नाला पर एवं बेल्दरा में तालाब का कार्य कराया गया था। जहां अभी भी निर्माणाधीन है। पंचायत के सरपंच पर आरोप है कि तालाब निर्माण कार्य में राशि की अनियमितता व बंदरबांट की गई है। जिसके चलते अभी भी तालाब का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि गौ आश्रालय ऐसे उबड़-खाबड़ पत्थेरेली स्थान पर बनाया गया है। जहां उसे बनाने का कोई औचित्य ही नही रह गया है। इस निर्माण में भी राशि की बंदरबांट की गई है। साथ ही चेकडेम के निर्माण कार्य में जमकर कमिशनखोरी की गई है। एक चेकडेम की गुणवत्ता बेहद खराब हालत में है। इस सीजन की तरह बारिश हुई तो निर्माण कार्य का पोल भी खुल जाएगा। इसी तरह अन्य कई कार्य भी गुणवत्ता विहीन कराया गया है। करौंदिया ग्राम पंचायत के कई ग्रामीणों ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृ ष्ट कराते हुये उक्त ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यो की जांच कराये जाने की मांग की है।
ढाई साल में भी नही बन पाया पिपड़खड़ का भवन
करौंदिया ग्राम पंचायत के पिपड़खड़ गावं में करीब दो साल के अधिक समय से आंगनवाड़ी भवन का कार्य चल रहा है। किन्तु दो साल बाद भी ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों भी उदासीनता एवं लापरवाही के चलते आंगनवाड़ी भवन का कार्य पूर्ण नही हो पाया है। चर्चाएं यहां तक है कि ग्राम पंचायत में सभी कामों का देख-रेख महिला सरपंच के पति द्वारा किया जा रहा है। जहां भवन के अधिकांश राशि भी आहरित कर ली गई है। साथ ही सरिया निम्र गुणवत्ता विहीन स्तर के कंपनियों का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही अन्य मटेरियल भी गुणवत्ता विहीन है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कार्य के शुरूआती दौर में ही गुणवत्ता विहीन कार्य को लेकर संबंधित उपयंत्री को अवगत कराया गया था। फिर भी उक्त शिकायतों का नजर अंदाज कर दिया गया ।