पत्नी की मौत का बदला लेने के शक,बाथरूम में ले जाकर सिर, हाथ, पैर और पेट काटकर शरीर के 6 टुकड़े किए

By Awanish Tiwari

Published on:

Click Now

जबलपुर में सिर कटी लाश की गुत्थी सुलझी: पत्नी की मौत का बदला लेने के शक में होमगार्ड जवान ने बेटे-दामाद संग मिलकर की निर्मम हत्या

जबलपुर, 16 मई 2025।
शहर के गोहलपुर थाना क्षेत्र में मिली सिरकटी लाश के मामले ने पूरे शहर को दहला दिया है। होमगार्ड जवान राकेश यादव ने अपनी पत्नी की मौत का बदला लेने के संदेह में अपने बेटे और दामाद के साथ मिलकर युवक की निर्मम हत्या की। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या की यह दर्दनाक कहानी उजागर की है।

कैसे हुआ खुलासा?

12 मई को कृष्णा कॉलोनी के एक खाली प्लॉट में प्लास्टिक बोरे में बंद छह टुकड़ों में कटी लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। लाश बुरी तरह सड़ी-गली थी और शरीर के हिस्से अलग-अलग पड़े थे। पुलिस को मृतक के हाथ पर गुदा टैटू ‘मंजू-परम’ मिला, जिसने पहचान का सुराग दिया।

हत्या की वजह: शक

जांच में सामने आया कि मृतक युवक परम यादव, राकेश यादव का जानकार था। तीन महीने पहले राकेश की पत्नी की संदिग्ध हालात में छत से गिरकर मौत हो गई थी। राकेश को शक था कि इस मौत के पीछे परम का हाथ है।

योजना बनाकर किया अपहरण

एएसपी आनंद कलादगी के अनुसार, 10 मई को राकेश का दामाद राजवीर यादव, परम को रेलवे ब्रिज के पास देखता है। उसने फौरन राकेश को सूचना दी। राकेश, अपने बेटे रितिक और दामाद के साथ कार से पहुंचा और परम का अपहरण कर उसे नंदन विहार स्थित किराए के मकान में ले गया।

बेरहमी की सारी हदें पार

घर में तीनों ने मिलकर परम को बल्ले और डंडों से तब तक पीटा जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। इसके बाद उसे बाथरूम में ले जाकर सिर, हाथ, पैर और पेट काटकर शरीर के 6 टुकड़े किए। शव के टुकड़ों को बोरे में भरकर रात के अंधेरे में मोहल्ले के एक खाली प्लॉट में फेंक दिया गया।

पुलिस कार्रवाई

पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार, वाहन, और घटनास्थल से जुड़े साक्ष्य बरामद कर लिए हैं। साथ ही शव का सिर भी बरामद कर लिया गया है। होमगार्ड राकेश यादव, बेटा रितिक और दामाद राजवीर यादव को गिरफ्तार कर हत्या, साजिश और अपहरण के तहत केस दर्ज किया गया है।

नृशंस हत्या से दहशत

इस क्रूर घटना से क्षेत्र में भय और गुस्से का माहौल है। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले की तेजी से जांच कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी


यह वारदात न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि संदेह और बदले की भावना जब कानून से ऊपर होने लगती है, तो परिणाम कितना खतरनाक हो सकता है।

 

Leave a Comment