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रांची। कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने की आशंका के बीच कथित तौर पर गायब हो गए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को करीब 40 घंटे बाद रांची अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे। उन्होंने आज झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किए जाने पर भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा की गई।
इससे पहले दिन में, झारखंड सरकार ने राज्य की राजधानी रांची में सोरेन के आधिकारिक आवास, राजभवन और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी थी।
सोरेन ने रांची में अहम बैठक की
CM Hemant Soren की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में जेएमएम और सहयोगी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सभी विधायक मौजूद रहे। यह बैठक वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और प्रस्तावित ईडी पूछताछ पर रणनीति पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी।
31 जनवरी को ईडी के सामने पेश होंगे सीएम हेमंत सोरेन
सीएम सोरेन ने पहले ही ईडी को एक ईमेल भेजकर कहा है कि वह बुधवार (31 जनवरी) को दोपहर 1 बजे रांची में अपने आधिकारिक आवास पर अपना बयान दर्ज करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने उपस्थित होंगे। ईडी की टीम सोमवार रात सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर गई थी लेकिन वह उपलब्ध नहीं थे। छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने 36 लाख रुपये कैश और एक लग्जरी कार जब्त की है। जांच एजेंसी ने बाद में सोरेन को समन जारी कर 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा।
CM Hemant Soren के खिलाफ मामला क्या है?
झारखंड में कथित तौर पर माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के बड़े रैकेट को लेकर सीएम सोरेन और कई अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था। ईडी ने अब तक कम से कम 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जिन्हें सोरेन का करीबी माना जाता है।