Chit Fund : भारत में संचालित एक चिटफंड फर्म का टीकमगढ़ पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके पास से 4 करोड़ 15 लाख 26 हजार रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की गई है और बाकी की तलाश जारी है। यह चिटफंड कंपनी भारत के 10 राज्यों में काम कर रही थी।
Chit Fund कंपनी का पुलिस ने किया पर्दाफास
पुलिस अधीक्षक रोहित ने बताया कि शिकायत मिली है की शहर के चकरा तिराहा स्थित एलजेसीसी बैंक अपना कार्यालय बंद कर भाग गया है और लोगों के करोड़ों रुपये नहीं लौटा रहा है। इस एलजेसीसी यानी लॉस्टनेस जनहित कैडेट कोऑपरेटिव सोसायटी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की तो टीकमगढ़ सिटी ब्रांच मैनेजर सुबोध रावत समेत पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो चिटफंड कंपनियों और लोगों को ठगने की इस गिरोह का खुलासा हो गया। इस मामले में मुंबई का निवासी दुबई में रहने वाले कंपनी के सीएमडी समीर अग्रवाल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
Crime News : दो पक्षों खुनी संघर्स, तीन की मौत और जांच में जुटी पुलिस
उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 से लेकर 2024 तक 12 वर्षों के दौरान इस कंपनी ने टीकमगढ़ जिले के निवेशकों से करोड़ों रुपए की राशि फर्जी तरीके से हड़प करके बैंक प्रबंधन में काम करने वाले कर्मचारियों ने जमीन मकान वाहन और सरकारी बैंकों में एफडीआर बना लिए और अंत में बैंक को बंद करके फरार हो गए। इस मामले में धारा 111 318 61(2) बीएनएस के तहत शाखा प्रबंधक सुबोध रावत, अजय तिवारी, विजय कुमार शुक्ला, राहुल यादव और जियालाल राय को गिरफ्तार किया गया है। अभी कंपनी के सीएमडी समेत छह आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है।