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History: मुगल सल्तनत की कई प्रेम कहानियां बताई जाती हैं, जिनमें सबसे ज्यादा चर्चित प्रेम कहानियां सलीम और अनारकली की थीं। वही सलीम जो बादशाह अकबर के बाद मुग़ल गद्दी का उत्तराधिकारी जहाँगीर बना। इस प्रेम कहानी के कारण अकबर ने घोषणा की कि वह जहाँगीर को अपना उत्तराधिकारी नहीं बनायेगा। वह जिसे विरासत में देना चाहता था वह सलीम का बेटा ख़ुसरो था। शाह बेगम ख़ुसरो की माँ और जहाँगीर की पहली पत्नी थीं—History
मान बाई अकबर के इस सेनापति की बहन थी
मान बाई आमेर की राजकुमारी थीं, वह मुगल सम्राट अकबर के नौ रत्नों में से एक जनरल मान सिंह की बहन थीं। इतिहासकारों के अनुसार अकबर जहाँगीर की बुरी आदतों से परिचित था। इसलिए उन्होंने जहांगीर से शादी करने का फैसला किया. इसके लिए अकबर ने मान सिंह के सामने मान बाई को जहांगीर की बेगम बनाने का प्रस्ताव रखा। जिसे मान सिंह ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। इतिहासकारों के मुताबिक मान बाई की शादी बहुत कम उम्र में जहांगीर से हो गई थी. शादी के बाद ही मान बाई को शाह बेगम की उपाधि मिली। उन्हें रॉयल लेडी के नाम से भी जाना जाता था।
इसी के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली
मान बाई की मानसिक स्थिति खराब हो गई थी। तभी एक दिन अधिक मात्रा में अफ़ीम पीने से मान बाई की मृत्यु हो गई। इतिहासकारों का मानना है कि मानबाई ने यह कदम जहांगीर के कारण उठाया, जहांगीरनामा में भी मानबाई की इस आत्महत्या का जिक्र है। हालाँकि इसमें कारण नहीं बताया गया, केवल इतना लिखा गया कि मान बाई मानसिक रूप से बीमार थी, इसलिए वह अधिक मात्रा में शराब पीने लगी थी। आत्महत्या के बाद उनके शव को इलाहाबाद के खुसरो बाग में दफनाया गया।
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