13 को होलिका दहन, 14 को चंद्रग्रहण से धुलेंडी पर असमंजस
Singrauli news: सिंगरौली. रंगों का त्योहार आने वाला है। होलिका दहन के बाद शुरू होने वाले रंगों के इस पर्व को लेकर संशय की स्थिति है। इस बार तिथि के गणना भेद के कारण कुछ स्थानों पर 14 तो कुछ स्थानों पर 15 मार्च को भी रंगोत्सव की संभावना जताई जा रही है। शासकीय कैलेंडर(official calendar) में 14 मार्च यानी शुक्रवार को होली का अवकाश घोषित किया है, जबकि ज्योतिषों के अनुसार फाल्गुन मास(phalgun month) की भद्रारहित पूर्णिमा में होलिका दहन और प्रतिपदा को होली (धुलेंडी) मनाने की परंपरा रही है। इस साल होलिका दहन के अगले दिन यानी 14 March को भद्रा और चंद्रग्रहण है। चंद्रग्रहण में शुभकार्य वर्जित होते हैं। इसी को देखते हुए विद्वानों का कहना है कि इस साल 15 मार्च को होली मनाई जाएगी।
ज्योतिषाचार्य(astrologer) के अनुसार शास्त्रों में इसे एकता और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। कहते हैं होली का पर्व लोगों के मन में प्रेम और विश्वास(love and trust) को बढ़ाने का अवसर है। इस दिन सभी पुराने गिले शिकवे को दूर करते हुए, एक दूसरे को गले लगाकर इस स्नेह भरे पर्व को मनाते हैं। वहीं होली से एक दिन पहले होलिका दहन करने की भी परंपरा है। जिसे आत्मा की शुद्धि और मन की पवित्रता से जोड़ा जाता है। पंचांग की मानें तो हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शाम को होलिका दहन किया होता है, जबकि अगले दिन रंगों की होली मनाई जाती हैं। परंतु इस बार होली की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस है।