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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने भोपाल-जबलपुर में किया 10,405 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास, कहा
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मप्र का एनएचए नेटवर्क अमेरिका के बराबर होगा (MP’s NHA network will be equal to America’s)
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– सडक़ों से टूरिज्म, व्यापार बढ़ेगा, लोगों की आय बढ़ेगी
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-विकास के लिए मोटर, पावर, ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन जरूरी
भोपाल/जबलपुर । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) और मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने मंगलवार को मप्र में 10,405 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। नितिन गडकरी ने जबलपुर के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित में 2,327 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया। उसके बाद भोपाल में लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में गडकरी और सीएम डॉ. मोहन यादव ने सिंगल क्लिक से 8,038 करोड़ की लागत से 498 किलोमीटर लंबाई वाली 15 सडक़ परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, विकास के लिए चार चीजें जरूरी हैं, मोटर, पावर, ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन। अमरीका धनवान है इसके कारण वहां के रास्ते अच्छे नहीं हुए, बल्कि वहां के रास्ते अच्छे हैं इसलिए अमरीका धनवान है। हम सडक़ें इसीलिए बना रहे हैं। इससे टूरिज्म बढ़ेगा। व्यापार बढ़ेगा। अच्छी रोड और रिसॉर्ट से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि 2024 तक मध्यप्रदेश का नेशनल हाईवे रोड नेटवर्क अमेरिका के बराबर होगा।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 10 हजार करोड़ से ज्यादा के विकास कार्य कोई मामूली बात नहीं। जो आज मध्यप्रदेश को मिले है। सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में सडक़ों का जाल बिछा है। हम प्रदेश को और ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी वर्चुअल जुड़े हैं।
मप्र की तस्वीर बहुत बदल रही है
मध्यप्रदेश की तस्वीर बहुत बदल रही है। पहले लोग मजाक में कहते थे कि नागपुर के हवाई अड्डे पर उतरने के बाद जब मध्यप्रदेश की तरफ जाते थे। नागपुर के रोड पर नींद लग जाती थी। जैसे ही मध्यप्रदेश लगता था, नींद खुल जाती थी। आज मध्यप्रदेश का नेशनल हाईवे का रोड नेटवर्क काफी अच्छा हो रहा है। हम करीब 3 लाख करोड़ रुपए के कार्य 2024 पूरा होने तक समाप्त करेंगे या शुरू करेंगे। मैं आप सबको ये विश्वास दिलाना चाहता हूं कि 2024 जब समाप्त होगा तो मध्यप्रदेश का नेशनल हाईवे का रोड नेटवर्क अमेरिका के बराबर होगा।
सीएम से कहा, कोयला से मिथेनॉल बनाइए
गडकरी ने कहा, हम मध्यप्रदेश में तीन लाख करोड़ के काम करेंगे। मप्र में कोयला है। कोयले से मिथेनॉल बनाइए। इससे वाहन चलेंगे। इंपोर्ट इफेक्टिव, पॉलूशन फ्री पॉलिसी राज्य सरकार की होगी तो हमारी ओर से कई काम होंगे। आने वाले दिनों में मप्र पहले तीन प्रगतिशील राज्य में आएगा। हमारे विभाग ने इनीशएटिव लिया कि किसान अब केवल अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता बनेंगे। जबलपुर क्षेत्र को जितनी बिजली लगती होगी, उतनी मैं तैयार कर दूंगा। गडकरी ने कहा, बायोमास को हम एनर्जी क्रॉप्स में कंवर्ट करेंगे। बायोमास से सीएनजी बन रही है। हमने ट्रैक्टर और कार कंपनियों से कहा कि हाइड्रोजन ट्रैक्टर और कार बनाएं। मेरे पास हाइड्रोजन कार भी है।
भोपाल-इंदौर में हवा में चलने वाला ट्रांसपोर्ट शुरू कीजिए
आने वाले समय में मप्र को ऊर्जा का केंद्र बनाइए। इससे ट्रांसपोर्ट भी आसान होगा और प्रदूषण भी कम होगा। मैं बेंगलुरु में हवा में चलने वाली डबल डेकर बस शुरू करने वाला हूं। भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में भी हवा में चलने वाला ट्रांसपोर्ट शुरू कीजिए।
गांव समृद्ध होंगे तो किसानों की आय लाखों में होगी
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दौडऩे वाले पानी को चलने के लिए, चलने वाले को रुकने के लिए लगाओ और रुके हुए पानी को खेत में लगाओ। गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में और घर का पानी घर में। हमारे प्रदेश में 75 फीसदी जमीन सिंचाई क्षेत्र में आएगी तो गांव समृद्ध होंगे। किसानों की आय लाखों में होगी। मैं मप्र के मुख्यमंत्री से कहता हूं जबलपुर के रोड में हमें मिट्टी-मुरुम लगता है। रोड के बगल में हम बड़ा वाटर स्टोरेज टैंक बनाकर आपको देंगे। इससे वाटर कंजर्वेशन होगा। इससे किसानों को पानी मिल सकेगा।
देश में प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या
मैंने जेसीबी के एमडी से कहा, हाइड्रोजन पर जेसीबी बनाओ, अब अमरीका ट्रांसपोर्ट हो रहा है। देश में प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या है। हमने हाईवे अच्छे बनाए। इनमें जाने के लिए समय नहीं लगता। साढ़े तीन घंटे में जबलपुर से नागपुर पहुंचा जा सकता है। हमें हाईवे के अलावा फ्यूल पर भी काम करना होगा। इसमें रोजगार की संभावना भी है।
विदर्भ में एक हजार किसानों ने सुसाइड किया
गडकरी ने कहा, भारत को दुनिया की सबसे बड़ी तीसरी अर्थव्यवस्था बनाना है। इसके लिए कृषि क्षेत्र का विकास करना होगा। हमारे विदर्भ में 1000 किसानों ने आत्महत्या की। हमने वहां तालाब बनाकर दिए। इससे सिंचाई का क्षेत्र बढ़ा है। अकोला में 36 तालाब बनाकर दिए। मेरे विभाग ने एक हजार तालाब बनाकर प्रदेश सरकारों को दिए। मैं मप्र के मुख्यमंत्री से कहता हूं जबलपुर के रोड में हमें मिट्टी-मुरुम लगता है। रोड के बगल में हम बड़ा वाटर स्टोरेज टैंक बनाकर आपको देंगे। इससे वाटर कंजर्वेशन होगा। इससे किसानों को पानी मिल सकेगा। गडकरी ने कहा, दौडऩे वाले पानी को चलने के लिए, चलने वाले को रुकने के लिए लगाओ और रुके हुए पानी को खेत में लगाओ। गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में और घर का पानी घर में। हमारे प्रदेश में 75 फीसदी जमीन सिंचाई क्षेत्र में आएगी तो गांव समृद्ध होंगे। किसानों की आय लाखों में होगी। हमारे विभाग ने इनीशएटिव लिया कि किसान अब केवल अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता बनेंगे। जबलपुर क्षेत्र को जितनी बिजली लगती होगी, उतनी मैं तैयार कर दूंगा। गडकरी ने कहा, बायोमास को हम एनर्जी क्रॉप्स में कंवर्ट करेंगे। बायोमास से सीएनजी बन रही है। हमने ट्रैक्टर और कार कंपनियों से कहा कि हाइड्रोजन ट्रैक्टर और कार बनाएं। मेरे पास हाइड्रोजन कार भी है।
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