Mughal History: कहानी उस बहादुर की, जिन्होंने मुग़लों को चखाया मजा

By Ramesh Kumar

Published on:

Mughal History

Mughal History: मुगलों का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं उनका सामना हर कोई करना नहीं चाहता था लेकिन एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने मुगल को अपने सामने घुटना टेकने पर मजबूर कर दिया जी हां हम बात कर रहे हैं बंदा सिंह बहादुर (Banda Singh Bahadur) की जिन्होंने मुगलों को हराया 27 अक्टूबर सन 1670 को राजौरी में जन्मे बंदा सिंह बहादुर ने बहुत कम और में अपना घर छोड़ दिया तो आइये जानते हैं हम पूरी कहानी-

यह भी पढ़े:Mughal History: मुग़ल की इस बेगम के बारे में कितना जानते है आप जिसने कर ली थी खुदखुशी

गुरु गोबिंद सिंह ने उन्हें वैराग्य त्यागने और पंजाब के लोगों को मुगलों के उत्पीड़न से मुक्त कराने की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने बंदा सिंह को पांच तीर, एक तलवार और 3 साथियों के साथ एक फरमान भी दिया जिसमें साफ लिखा था कि वह लोगों को मुगलों के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए सिखों का नेतृत्व करें। इसके साथ ही उन्हें पंजाब जाकर वजीर खान को फाँसी देने को कहा गया।

1709 में मुग़ल साम्राज्य की कमान सम्राट बहादुर शाह के हाथों में थी, लेकिन वह सल्तनत का दायरा बढ़ाने के लिए दक्षिण में लड़ रहे थे। बंदा सिंह पंजाब पहुंचे और सतलुज नदी के पहले रहने वाले सिख किसानों को एकजुट करना शुरू कर दिया। फिर उसने कैथल और सोनीपत में मुगलों के खजाने पर कब्ज़ा कर लिया।

यह भी पढ़े:Mughal History: कौन था वह गुलाम जिसे दिल दे बैठा था मुगल का यह बादशाह

Leave a Comment