सिंगरौली नल जल योजना में भ्रष्टाचार, घटिया कार्य से लोग परेशान…
गुणवत्ता विहिन कार्य को निजी स्वार्थ के लिए जिम्मेदार नहीं कर रहे हैं जांच…
विकाश दुबे ।।सिंगरौली जिले में नल जल योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में बड़े पैमाने पर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं। नगर निगम सिंगरौली के वार्ड क्रमांक 41, शिव मंदिर चौराहा के पास पाइपलाइन बिछाने का कार्य तो पूरा कर लिया गया, लेकिन मरम्मत और गुणवत्ता को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है जहा ठेकेदार की मनमानी, नियमों की हो रही अनदेखी से कार्य किया जा रहा है स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पाइपलाइन बिछाने के बाद ठेकेदार को उसी प्रकार से सड़क का पुनर्निर्माण करना था, जैसा पहले था। लेकिन इसके बजाय ठेकेदार अपनी मनमानी पर उतारू है और सड़क की मरम्मत में कंक्रीट डालकर ढलाई कर रहा है, जबकि नियमानुसार इसमें ब्लॉक लगना था। इस अनियमितता के पीछे ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत का संदेह जताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार अपनी सुविधा और लाभ को ध्यान में रखते हुए घटिया सामग्री का उपयोग कर रहा है, जिससे आने वाले समय में सड़क जल्द ही खराब हो जाएगी। ठेकेदार की इस लापरवाही से लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने यह भी बताया कि हाल ही में एक भारी वाहन इस क्षेत्र से गुजरते समय फंस गया था, जिससे पाइपलाइन के टूटने की संभावना जताई जा रही है। लेकिन ठेकेदार और नगर निगम प्रशासन को इस घटना से भी कोई फर्क नहीं पड़ा। पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की बजाय ठेकेदार मनमाने तरीके से काम कर रहा है।
पाइपलाइन बिछ गई, लेकिन कनेक्शन क्यों नहीं..?
एक और गंभीर सवाल यह उठ रहा है कि जब नल जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछा दी गई है, तो नागरिकों को कनेक्शन क्यों नहीं दिया जा रहा? यदि पहले कनेक्शन दे दिए जाते, फिर सड़क की मरम्मत की जाती, तो दोबारा सड़क तोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन ठेकेदार की मनमानी और लापरवाही के कारण लोगों को अब दोहरी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ठेकेदार ने अब यह योजना बनाई है कि बाद में कनेक्शन देने के बहाने फिर से सड़क को तोड़ा जाएगा, जिससे भ्रष्टाचार और अधिक बढ़ सकता है।
वार्ड 41 पार्षद के आदेश पर भारी पड़ा ठेकेदार मनमानी पर उतारु…
इस पूरे मामले पर जब वार्ड 41 के पार्षद से बातचीत की गई, तो उन्होंने भी इस कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और कहा कि सड़क का निर्माण सही तरीके से होना चाहिए। लेकिन ठेकेदार पार्षद के निर्देशों की भी अनदेखी करता हुआ नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार को अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए वह मनमर्जी कर रहा है।
क्षेत्र के नागरिकों ने नगर निगम प्रशासन और जिला प्रशासन से मांग की है कि इस भ्रष्टाचार की तुरंत जांच कराई जाए और सड़क निर्माण कार्य को मानकों के अनुसार पूरा करवाया जाए। यदि इस पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है।
इनका कहना है
नगर पालिक निगम सिंगरौली कमिश्नर डी.के शर्मा ने इन सभी मामले को लेकर कहा कि हम जांच करवाते हैं गड़बड़ी पाने पर कार्रवाई की जाएगी..