आध्यात्म के जरिए ही आएगा स्वर्णिम प्रशासन: बी.के. डॉ. रीना दीदी
ब्रह्माकुमारीज़ तपोवन परिसर, विंध्य नगर सेवाकेंद्र में मीडिया कर्मियों के साथ स्नेह मिलन कार्यक्रम संपन्न
सिंगरौली। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के प्रशासक सेवा प्रभाग अभियान के अंतर्गत नवंबर 2024 से मार्च 2025 के बीच भारत के हृदय प्रदेश मध्य प्रदेश की चारों दिशाओं में 8 यात्राएं निकाली गई हैं। और यह सभी यात्राएं ब्रह्माकुमारीज़ भोपाल जोन के एडमिनिस्ट्रेटर सर्विस विंग की जोनल कोऑर्डिनेटर राजयोगिनी बी.के. डॉ. रीना दीदी के नेतृत्व में यह अभियान लगातार आगे बढ़ रहा हैं। इस अभियान में ब्रह्माकुमारी रिचा दीदी, ब्रह्माकुमार राहुल भाई, बीके राम भाई अभियान के साथ साथ निरंतर चल रहे हैं।
स्वर्णिम प्रशासन मध्यप्रदेश जागृति राज्यस्तरीय अभियान के अंतर्गत ब्रह्माकुमारीज़ तपोवन परिसर, विंध्य नगर, सेवाकेंद्र पर प्रशासकों प्रबंधको एवं कार्यपालको हेतु मन प्रबंधन द्वारा उत्कृष्ट प्रशासन विषय पर कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन करके किया गया। सिंगरौली क्षेत्र के सम्माननीय मीडिया कर्मियों के साथ आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज बनाने में मीडिया की भूमिका विषय पर मीडिया प्रभाग की जोनल कोऑर्डिनेटर बी.के. डॉ. रीना दीदी के साथ विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम में मीडिया क्षेत्र से प्रदीप तिवारी , विकास पाठक, सचिन जैन, नीरज पांडे , राजेश सिंह, संतोष शुक्ला, अजय द्विवेदी, विमल श्रीवास्तव, विद्यासागर , शिव शंकर द्विवेदी, शशिकांत कुशवाहा , जगदीश साहनी एवं कई मीडिया कर्मी उपस्थित थे, सभी मीडिया कर्मियों का पट्टे, तिलक, बैग, ईश्वरीय सौगात, वैल्यू बैंड, ब्लेसिंग कार्ड एवं प्रभु प्रसाद देकर सम्मान किया गया।
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान तपोवन परिसर विंध्यनगर सेवाकेंद्र की संचालिका बीके शोभा दीदी ने अभियान एवं अभियान के सभी सदस्यों का भव्य रीति से स्वागत, अभिनंदन किया एवं अपनी शुभकामनाएं दी।
ब्रह्माकुमारीज़ भोपाल जोन एडमिनिस्ट्रेटर सर्विस विंग की जोनल कोऑर्डिनेटर राजयोगिनी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने कहा कि आध्यात्म के जरिए ही इस संसार में स्वर्णिम प्रशासन लाया जा सकता है। दीदी ने कहा कि प्रशासनिक सेवा में रहते हुए कई मर्तबा दबाव महसूस होता है। वहीं कई मर्तबा निर्णय को लेकर असमजंस की स्थिति होती है। ऐसे में सकारात्मक सोच के माध्यम से स्वयं निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आतंरिक कमजोरियों के कारण कार्य एवं निर्णय प्रभावित होते हैं। सकारात्मक सोच तन और मन दोनो को स्वस्थ्य रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह सोच न केवल जीवन को संतुलित रखने में मदद करती है, बल्कि रोजमर्रा के अनुभव को सुखद बना देती है। उन्होंने कहा कि इससे जीवन में किसी भी बदलाव के साथ खुद को भी बदलने में मदद मिलती है।दीदी ने उपस्थित अधिकारियों से जीवन में आध्यात्म से जुड़ने की जरूरत जताई। सिंगरौली क्षेत्र में प्रशासक सेवा प्रभाग अभियान के अंतर्गत 3 मार्च से 6 मार्च तक प्रतिदिन जगह-जगह कार्यक्रम हो रहे हैं, जिसमें कलेक्ट्रेट कार्यालय और सिंगरौली में स्थित कई बड़ी-बड़ी कंपनी, इंडस्ट्रीज में कार्यक्रम किये जा रहे हैं। बी.के. डॉ. रीना दीदी ने अभियान का मुख्य उद्देश्य बताया कि प्रशासकों, प्रबंधकों तथा कार्यपालकों में नैतिकता और नैतिक व्यवहार को बढ़ावा देकर एक श्रेष्ठ समाज, स्वर्णिम संसार का निर्माण करना है। मूल्यनिष्ठ, सुप्रशासन को बढ़ावा देने के लिए ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान का प्रशासक सेवा प्रभाग पिछले कई वर्षों से लगभग 4 दशक से लगातार प्रयासरत है। इस अभियान के अन्तर्गत तनाव प्रबंधन के साधन के रूप में आत्म-प्रबंधन और राजयोग मेडिटेशन का प्रशिक्षण प्रदान करना साथ साथ मूल्य-आधारित, आध्यात्मिक रूप से सुदृढ़ प्रशासनिक प्रथाओं को बढ़ावा देने वाले कौशल प्रदान करना है।
अभियान के तहत बहुत ही सुन्दर आध्यात्मिक सेशन के माध्यम से संपूर्ण मध्यप्रदेश के सम्माननीय प्रशासकों, प्रबंधकों तथा कार्यपालकों को आध्यात्मिक रूप से सशक्त कर सुप्रशासक एवं स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने हेतु सशक्त किया जा रहा है। प्रशासक गवर्नमेंट के ड्राइव शाफ्ट और धुरी हैं। प्रशासकों के द्वारा ही देश की गवर्नमेंट का दिन-प्रतिदिन का संचालन हो रहा है और राष्ट्र की प्रगति के पहिये लगातार चल रहे हैं।
सुप्रशासन के लिए परस्पर विश्वास की महती आवश्यकता है। सुप्रशासन की तुलना रामराज्य से की जाती है, जहां सरकारी योजनाओं का लाभ उचित हितग्राहियों को ही मिलता है।सुप्रशासन के लिए मनोबल, आत्मबल एवं परमात्म बल की आवश्यकता है, जो स्पिरिचुअलिटी, आध्यात्मिकता से ही संभव है। इसके लिए राजयोग मेडिटेशन एक सशक्त साधन है। आध्यात्मिक सशक्तिकरण प्रशासकों को मन प्रबंधन के ऐसे गुण प्रदान करता है। जिससे सटीक और कुशल कामकाज को सक्षम बनाया जा सके, राजयोग मेडिटेशन प्रशासकों को तनाव, उदासीनता से मुक्त करता है। स्व-प्रबंधन नेतृत्व प्रशिक्षण से हम में विनम्रता, अखंडता और मानवीय गरिमा के प्रति सम्मान पैदा किया जा सकता है, जो नैतिक अधिकार के स्रोत हैं। आध्यात्मिक सशक्तिकरण से प्रशासकों को आध्यात्मिक आत्म-सम्मान भी प्राप्त होता है।
इस अभियान के द्वारा मूल्यनिष्ठ सुप्रशासन की बारीकियां सिखाई जाती है। कुशल प्रशासन, अच्छे प्रशासक के गुण, श्रीमत भगवतगीता में छिपे सुप्रशासन के गुण, आदि विषयों पर निरंतर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।आज चाहे घर परिवार हो, समाज हो, कोई समुदाय हो संस्था हो या गवर्मेंट हो इस संसार के हर क्षेत्र में प्रशासनिक व्यवस्थाओं की आवश्यकता होती है, आज के तीव्र गति से बदलते परिवेश में हम देखते हैं कि प्रशासक वर्ग बहुत अधिक दबाव महसूस करता है। एक तरफ घर परिवार की समस्याएं हैं, दूसरी तरफ प्रोजेक्ट की डेडलाइन (समय सीमा) है।इसके अलावा सहकर्मियों और कर्मचारियों के साथ तालमेल बैठाने के लिए विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ता है। ऐसे में मन की स्थिति को स्थिर रखना कठिन हो जाता है। अत्यधिक तनाव की स्थिति बन जाती है, कहते हैं जैसी मन की अवस्था होती है वैसे ही बाहर व्यवस्था होती जाती है।
तो ऐसे में प्रश्न उठता है कि हम ऐसा क्या करें जो हमारी मानसिक अवस्था भी अच्छी रहे और प्रशासन भी सुचारू रूप से निर्विघ्न चले। इस अभियान के अंतर्गत होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से बेहतर के लिए यानी एक गतिशील सुशासन के लिए एक प्रशासक में कौन- कौन से गुण होने चाहिए, इस पर बी.के. डॉ. दीदी के बहुत सुंदर अनुभव युक्त व्याख्यान रहते हैं।इस अभियान के अन्तर्गत ब्रह्माकुमारीज संस्थान के स्थानीय सेवाकेंद्रों या उप-सेवाकेंद्रों के द्वारा संभाग, डिस्ट्रिक्ट, तहसील, ब्लॉक स्तर पर सभी जगह कार्यक्रम किए जाएंगे कलेक्टरेट, तहसील, नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद, आफिस, फैक्ट्री, सरकारी/ गैर सरकारी प्राइवेट संस्थानो में कार्यक्रमों के द्वारा अभियान निरन्तर सुचारू रूप से सफलता प्राप्त करते हुए आगे बढ़ रहा है। इस बहुत ही सुंदर राज्यस्तरीय अभियान का समापन ब्रह्माकुमारीज संस्थान के भोपाल जोन एवं प्रशासनिक सेवाओं की शुरुआत के निमित्त आदरणीय महेंद्र भाई साहब की पुण्य स्मृति में दिनांक 30 मार्च, 2025 को झीलों की नगरी भोपाल में मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों, प्रशासकों की उपस्थिति में तथा ब्रह्माकुमारीज संस्थान के भोपाल ज़ोन की निदेशिका एवं प्रशासक सेवा प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका राजयोगिनी आदरणीया अवधेश दीदी जी एवं प्रशासक सेवा प्रभाग की जोनल कोऑर्डिनेटर राजयोगिनी बी.के. डॉ. रीना दीदी की उपस्थिति में भव्य समारोहपूर्वक होगा ।